
जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची हनुमान मंदिर के विवाद ने नया मोड़ ले लिया है. इस मामले को लेकर जिला प्रशासन ने पहले तो सारे लोगों पर धारा 107 के तहत मुकदमा दायर कर दिया था, लेकिन अब प्रशासन ने वहां निषेधाज्ञा यानी धारा 144 लागू कर दिया है. मंदिर परिसर में नाजायज मजमा लगाने पर पाबंदी लगा दी गयी है. पूजा पाठ सामान्य तौर पर हो सकता है. इस बीच गुरुवार की शाम साकची बसंत टॉकीज चौक स्थित हनुमान मंदिर पर भाजपा नेता भरत सिंह पहुंचे. मंदिर निर्माण समिति के लोगो ने उनका स्वागत किया और वर्तमान परिस्थिति पर बैठकर चर्चा परिचर्चा की गयी. साथ ही मंदिर निर्माण समिति ने भरत सिंह को भी सरंक्षक बनने का आग्रह किया. उक्त अवसर पर भरत सिंह ने कहा कि बजरंगबली हर किसी के बाधा को दूर करते है और उनके कार्य मे कभी बाधा हो ही नही सकती है बल्कि हर विपरीत परिस्थिति में भी सारे विघ्न सारे संकट को दूर करेंगे और अच्छे कार्य करने वालो के लिए थोड़ी कठिनाइयां होती है और उन काठिनाइयो को दूर करने का संकल्प लेकर आगे बढ़ने से अच्छी शिक्षा मिलती है और आपके किये कार्य को समाज देख रहा है. ईश्वरीय कार्य को अवरुद्ध करने वाले कभी सुख चैन से नही रह सकता है. वे मंदिर निर्माण कमिटी के साथ सदैव खड़े है. बैठक में मुख्य रूप से परविंदर सिंह, सुरेंद्र शर्मा, राकेश साहू, चिंटू सिंह, हरीश राय, अप्पू तिवारी, वीर सिंह, दशरथ शुक्ला, हीरा सेठ, उमाशंकर सिंह, विकास सिंह, राकेश राव, राहुल दुर्गे, मोंटी अग्रवाल, ऋषव सिंह, मिथुन सिंह, ललित राव, पप्पू उपाध्याय समेत अन्य मौजूद थे. दूसरी ओर, ब्राह्मण युवा शक्ति संघ के संस्थापक सदस्य अप्पू तिवारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि मंदिर निर्माण में रोक लगाकर सरयू राय ने भारी भूल कर दी है. उनकी मानसिकता मंदिर कब्जा करने की है, जो कभी पूरा नही होने दिया जायेगा. एक तरफ मंदिर निर्माण कार्य रोकवा कर जबरन प्रसाशन से धारा 144 लगवा दिया है जबकि दूसरी तरफ समझौता कर स्वयं सरंक्षक बनने की चाहत लेकर मंदिर पर कब्जा करने की नीयत रखे हुए है. साथ ही उनके समर्थकों द्वारा रघुवर गुट और सरयू गुट के नाम शहर के हिन्दुओ को दिग्भर्मित करने का प्रयास कर रहे है और मंदिर परिसर में कोई भी सहयोग की भावना से आ सकता है, किसी को रोक नही है, चाहे रामबाबू तिबारी हो, विजय खान है या मंत्री बन्ना गुप्ता हो, इससे किसी गुट का होना नही हो सकता है. मंदिर परिसर में निर्माण कार्य देख सभी हिंदुत्व के प्रति आस्था रखने वाले ईश्वरीय कार्य को देख सभी लोग आते है. सभी पार्टी के लोग भी आते है. लेकिन सरयू राय अपने व्यक्तित्व के प्रभाव में मंदिर कार्य को रुकवा देना सर्वथा अनुचित है. इसका विरोध हर वक्त हर जगह किया जायेगा. इसके लिए शुक्रवार की सुबह 11 बजे एक बैठक रखी गई है. इस बीच कांग्रेस प्रदेश सचिव राकेश साहू ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सरयू राय अपने मंसूबो पर कभी कामयाब नही होंगे और मंदिर निर्माण को रघुवर गुट और सरयू गुट का हवा देकर शहर को हिंसक मोड़ देना चाहते है और शांतिप्रिय तरीके से हो रहे मन्दिर निर्माण कार्य को रोकना उनके मंदिर कब्जाने की नीयत को दर्शाता है. राकेश साहू ने कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि इतने निचले स्तर का विधायक हमलोगों ने नही देखा, जो अपनी महत्वकांक्षा पूर्ति के लिए किस हद तक जा सकते है. शुक्रवार से चरणबद्ध आंदोलन की शुरुआत सरयू राय के खिलाफ होगी और मंदिर निर्माण कार्य पूर्ण होने तक किसी भी हद तक जाने को तैयार है. (नीचे देखे पूरी खबर)

रघुवरवादी नेताओं के आने का मतलब ही है कि दाल में कुछ काला है : सरयू राय की पार्टी भाजमो के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव
भाजमो जमशेदपुर महानगर जिलाअध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करतें हुए रघुवरवादी नेता रामबाबू तिवारी के ऊपर कड़ा प्रहार करते हुए एक गिरे हुए व्यक्तितत्व एवं ओच्छी मानसिकता का एक मूर्ख और अज्ञानी व्यक्ति करार दिया है. धर्म की आड़ में और राजनीति संरक्षण में अपराधिक गतिविधियों को संचालित करने में रामबाबू तिवारी को महारत हासिल है. सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि श्रीश्री लोकसंकट मोचक हनुमान मंदिर साकची को राजनीति अखाड़ा बनाने की सुनियोजित साजिश खुलकर सामने आ रही है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के पालतु रामबाबू तिवारी ने शुक्रवार को मंदिर स्थल आकर अपने बयानों से यह स्पष्ट कर दिया कि वे कांग्रेस पार्टी से झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता के गुप्तचर की भूमिका के रूप में कार्य कर रहे हैं और यह सांठगांठ शहर के माहौल को बिगाड़ने के लिए बनाया गया. श्रीश्री लोक संकट मोचक हनुमान मंदिर निर्माण के लिए साकची के सभी दुकानदारों ने एक मत से मंदिर निर्माण के लिए समिति बनायी है और क्षेत्र के विधायक सरयू राय को उत्त समिति का मुख्य संरक्षक बनाया है. शुक्रवार को रामबाबू तिवारी ने जिस प्रकार साकची शहीद चौक में मंदिर के समीप धमकी भरे लहजे में मंदिर पर जोर जबरदस्ती आधिपत्य जमाने की बात कहकर स्थानीय लोगों को ललकारा है. यह पूर्व की तानाशाही रघुवर सरकार के कार्यकाल समझने की वह भूल कर रहें हैं. इस बात से सभी भली-भांति परिचित है की रघुवर दास के नवरत्नों में शुमार रामबाबू के ऊपर शहर के खुंखार अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगता रहा है और पूर्वी विधानसभा के विभिन्न क्षेत्रों में अपने आक़ा की धौंस पर लोगों का जीना मुहाल किया था. रामबाबू ने बुधवार को अपने ऊपर दर्ज मुकदमों में मंत्री बन्ना गुप्ता के सहयोग से बरी होने की बात का ऐलान किया. क्या मंत्री इस बात का सत्यापन करेंगे कि शहर के सभी अपराधिक मुकदमों में मंत्री कानून से ऊपर उठकर लोगों को बरी करनें में मदद् कर रहे हैं. रघुवरवादी रामबाबू ने अपने आक़ा के इशारे पर झारखंड के मंत्री बन्ना गुप्ता की खुलकर महिमामंडन कर रहे हैं. ऐसे लोग, जो अपने दल ने सगे नहीं उनसे जनता क्या आकांक्षा रखेगी. साकची बाजार के लोग वर्षों से एक साथ भाईचारे और सद्भाव के साथ व्यापार करते हैं और कभी किसी मंदिर के लिए कोई विवाद नहीं खड़ा किया लेकिन दुर्भाग्य कि बात है की शहर के एक राष्ट्रीय स्तर के नेता अपने पालतुओं को बाजारों में भौंकने के लिए खुलेआम छोड़कर व्यवसायियों के बीच भय का वातावरण उतपन्न करना चाहते हैं. दूसरी ओर, दूसरी ओर, भाजमो नेता और मंदिर की सामानंतर कमेटी के अध्यक्ष जोगिंदर सिंह जोगी ने बताया है कि 5 जनवरी से 5 फ़रवरी के बीच उपयुक्त मुहूर्त पर हनुमान मंदिर, कालीमाटी रोड, साकची में वरद मुद्रा वाले हनुमान जी की प्रतिमा विधि विधान के साथ स्थापित की जायेगी. संगमरमर की प्रतिमा निर्माण का आदेश दे दिया गया है. प्रतिमा आगामी दिसंबर माह में जमशेदपुर पहुंच जायेगी. तब तक श्री लोक संकट हनुमान मंदिर का निर्माण कर लिया जायेगा. साकची के निवासियों के सक्रिय सहयोग से प्रतिमा एवं मंदिर का निर्माण हो रहा है. निर्माणाधीन मंदिर में फ़िलहाल स्थापित प्रतिमा खंडित हो गई है. खंडित प्रतिमा पूजा योग्य नहीं होती. इस प्रतिमा को विधि विधान से वहां से हटाकर नवनिर्मित विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी. मंदिर निर्माण समिति एवं श्रद्धालुओं की एक बैठक इसके लिये शुक्रवार को निर्माणाधीन मंदिर पर होगी.