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jamshedpur-sakchi-bajaar-issue-साकची बाजार में प्रशासन की सख्ती पर व्यापारी संगठनों को कड़ी आपत्ति, स्थायी दुकानदारों को धमकाने का विरोध

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जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची बाजार में जिला प्रशासन की सख्ती पर व्यापारी संगठनों ने कड़ी आपत्ति जतायी है. इसको लेकर स्थायी दुकानदारों को धमकाने का विरोध किया गया है. जमशेदपुर चैंबर आफ कॉमर्स के संरक्षक मोहनलाल अग्रवाल एवं हरविंदर सिंह मंटू ने जिला उपायुक्त को मेल के माध्यम से पत्र भेज कर साकची बाजार में प्रशासनिक सख्ती पर विरोध जताया है. पत्र में कहा गया कि विगत दिनों जमशेदपुर जिला प्रशासन द्वारा साकची बाजार को पूणतः अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश देते हुए सभी अस्थायी दुकानों को साकची आमबगान में स्थांतरण करने का आदेश दिया गया था. इस आदेश का जमशेदपुर चेंबर आफ कॉमर्स के पदाधिकारियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रशासन का समर्थन किया था और व्यापारियों से प्रशासन का सहयोग करने और कोविड-19 महामारी की चेन तोड़ने के लिए अतिक्रमणमुक्त साकची बाजार करने का आग्रह किया था. लेकिन दो दिनों की खबर से यह ज्ञात हुआ कि अस्थायी दुकानदार साकची बाजार क्षेत्र छोड़ने और आमबगान जाने को तैयार नहीं है, जिस पर प्रशासन सख्त है और अतिक्रमणकारियो के खिलाफ कड़ी कारवाई के लिए बाध्य भी है, परंतु कार्रवाई की जद में कई ऐसे व्यापारी और दुकानदार भी है, जिसका सैरात की दुकानें है और वे दुकानदार सरकार एवं टाटा कंपनी को सभी तरह के शुल्क के भुगतान कर वैध रूप से व्यापार कर रहे हैं और कई बार ऐसी शिकायतें आ रही है कि निर्दोष व्यापारियों और दुकानदारों को कोरोना के नियम कानून के नाम पर भयादोहन किया जाता है और अन्यथा कार्रवाई की बात कर डराया धमकाया जाता है जो कि बिलकुल न्यायोचित नहीं हैं. इस कोरोना काल में सरकार, प्रशासन, व्यापारी और आमजन के आपसी सहयोग से ही लड़कर जीता जा सकता है. इन लोगों ने आग्रह किया है कि इस विषय पर गंभीरतापूर्वक विचार करते हुए व्यापारियों पर अत्याधिक सख्ती से परहेज करते हुए न्यायसंगत कार्रवाई करें.

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