जमशेदपुर: साकची गुरुद्वारा कमेटी प्रधान पद के लिए कार्यकारी प्रधान हरविंदर सिंह मंटू एवं विपक्ष से गुरुद्वारा बस्ती निवासी ठेकेदार निशान सिंह ने बुधवार को नामांकन प्रपत्र दाखिल किया. इस दौरान दोनों ही प्रत्याशियों ने तामझाम के साथ अपनी ताकत दिखाई. चुनावसंयोजक गुरदीप सिंह पप्पू एवं सह- संयोजक सुखविंदर सिंह राजू ने बताया कि हरविंदर सिंह ने चार सेटों में तथा निशान सिंह ने तीन सेटों में नामांकन दाखिल किया है.इससे पहले दोनों अपने समर्थकों के साथ वाहेगुरू जाप करते हुए गुरुद्वारा पहुंचे. यहां गुरुद्वारा में मत्था टेका और गुरु घर का शुकराना अदा किया. ग्रंथी बाबा करतार सिंह ने अरदास की.गुरदीप सिंह पप्पू एवं सुखविंदर सिंह राजू ने बताया कि 21 मई को नामांकन वापसी तथा 22 मई को स्क्रूटनी होगी. स्क्रूटनी के लिए पांच सदस्य बोर्ड का गठन कर दिया गया है.
जीवन का मकसद संगत और गुरु घर की सेवा : मंटू
जमशेदपुर: साकची गुरुद्वारा कमेटी प्रधान पद के लिए नामांकन करने के उपरांत कार्यकारी प्रधान हरविंदर सिंह मंटू ने कहा कि उनके जीवन का मकसद ही संगत और गुरु घर की सेवा करना रहा है.
संगत का आशीर्वाद एवं सहयोग ने पंथ के काम के लिए हमेशा प्रेरित किया और वह इस काम में अपना पूरा जीवन लगा चुके हैं. उन्होंने कहा कि कुर्सी तो मात्र सेवा का माध्यम है. बकौल मंटू 20 अप्रैल 2017 में सेवा की जिम्मेदारी ली और कार्यकाल पूरा होने से पहले 18 मार्च 2020 को आम सभा बुलाकर कमेटी भंग कर दी. मौके की प्रधानगी चेयरमैन गुरदेव सिंह राजा ने की थी और उन्होंने इस्तीफा अस्वीकार कर चुनाव होने तक कार्यकारी प्रधान के तौर पर काम करने को कहा. उस बैठक में 300 के करीब संगत उपस्थित थी. 24 मार्च 2000 को लॉक डाउन लग गया और एसडीओ से चुनाव के लिए लिखित अनुमति मांगी गई परंतु अस्वीकार कर दिया गया.कार्यकारी कमेटी के आग्रह पर ही चेयरमैन गुरदेव सिंह राजा ने स्थिति सामान्य होते ही चुनावी प्रक्रिया शुरू की और इसका सभी की ओर से स्वागत किया जाना चाहिए.
अपने 3 साल के कार्यकाल का हवाला देते हुए कहा कि 10 एसी कमरों का निर्माण करवाया. गुरुद्वारा में पाइप लाइन और टॉयलेट का काम हुआ. गुरुद्वारा एवं दरबार साहब का सौंदर्यीकरण हुआ. स्कूल में कंप्यूटर लगाए गए और सौंदर्यीकरण करवाया गया. 105 फुट ऊंचा हाइड्रोलिक निशान साहिब लगाया गया, पालकी साहिब की सेवा हुई. डियोढी साहब के रास्ते के दोनों किनारे पेबर्स ब्लॉक बिछाए गए.
जब चार्ज लिया उस समय 26 लाख रुपए की परिसंपत्ति थी जो अब 68 लाख हो चुकी है.
हरविंदर सिंह मंटू के अनुसार कोविड के कारण दो साल विकास का कोई काम नहीं हो सका, क्योंकि कमेटी के पास नैतिकता के आधार पर किसी प्रकार का फैसला लेने का अधिकार नहीं था.
नामांकन के दौरान उन्होंने वायदा किया कि संगत के आशीर्वाद से अगले कार्यकाल में सप्ताह में दो दिन गुरमुखी क्लास शुरू करेंगे. मॉडर्न स्कूल को मान्यता दिलवा देंगे और इसके लिए हाइवे में जमीन देख चुके हैं. दरबार हॉल में एसी लगाने का काम शुरू हो चुका है और गरीब सिख परिवार के बच्चों को निशुल्क पढ़ाई की सुविधा होगी तथा कन्या की शादी में लंगर हाउस तथा कीर्तन की निशुल्क व्यवस्था होगी. मेडिकल इंजीनियरिंग कर रहे विद्यार्थियों को अनुदान की व्यवस्था शुरू की जाएगी. इस दौरान उनके साथ गुरुदेव सिंह राजा, दलबीर सिंह, अजीत सिंह गंभीर, दीपक गिल, आजाद कच्छप, दलवीर सिंह गोल्डी, नरेंद्र सिंह निंदी, रिक्की सिंह, कश्मीरा सिंह गोल्डी, जागीर सिंह, राजपाल सिंह, अमन कंडियार, जगदीप सिंह, राजपाल सिंह, एसपी काले, गुरचरण सिंह, जविंदर सिंह पोली, रविंदर सबलोक, हनी सिंह, सुरजीत सिंह कपूर, जसप्रीत कपूर, जसबीर सिंह राजा, गुरप्रीत सिंह प्रिंस, पप्पी बाबा, रॉकी सिंह, सतपाल सिंह, सरबजीत सिंह टॉबी, मनजीत सिंह छोटू, सुरिंदर सिंह बॉबी, सोनू अरोड़ा, अमरजीत सिंह, भूपिंदर सिंह कच्छप, हैप्पी सिंह, रौनक सचदेव, मनदीप सचदेव, गुरदीप सिंह डांग, पवनदीप सिंह, हरजीत सिंह, उधम सिंह आदि शामिल थे.
‘बोले सो निहाल’ उद्घोष के साथ निशान सिंह ने किया नामांकन और जीत का दावा
नामांकन के दौरान विपक्ष के उम्मीदवार निशान सिंह की लोकप्रियता भी देखते ही बन रही थी. बुधवार शाम को समर्थकों संग गुरुद्वारा कार्यालय में चुनाव संयोजक के समक्ष तय राशि जमा कर अपना नामांकन कर जीत का दावा किया. ठीक साढ़े पांच बजे अपने दस प्रस्तावकों के साथ निशान सिंह ने गुरुद्वारा परिसर में माथा टेक अरदास कराई. नामांकन की तय राशि 31 हज़ार रुपये जमा करने के बाद नामांकन प्रक्रिया पूरी कर चुनाव में अपनी दावेदारी पुख्ता की.इस दौरान उनके समर्थक विशेष रूप से शमशेर सिंह सोनी, परमजीत सिंह काले, मनमोहन सिंह, जसवंत सिंह लाडी, सुखविंदर सिंह निक्कू, बलबीर सिंह, सुरजीत सिंह छिते, हरविंदर सिंह, जोगिंदर सिंह जोगी, जसबीर सिंह गांधी, रणधीर सिंह सिद्धू, महेंद्र सिंह, करतार सिंह, अमरपाल सिंह, सुखदेव सिंह, राजू मारवाह, सतबीर सिंह गोल्डू, जगतार सिंह, हरदयाल सिंह और अन्य लगातार “बोले सो निहाल सतश्रीअकाल” का उद्घोष कर ड्योढ़ी साहिब से साकची गुरुद्वारा में जुलुस की शक्ल में पहुंचे और अपना समर्थन जताया. नामांकन उपरांत निशान सिंह ने कहा कि वे और उनके समर्थक चाहते हैं की प्रधान का चुनाव आपसी सहमति से हो जाये. अगर ऐसा होता है तो इससे अच्छी कोई बात नहीं हो सकती है. यदि यह संभव नहीं हो पाया तो वे चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उन्हें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है की उनके समर्थक और साकची की संगत उन्हें भारी मतों से विजय बनायेंगे.नामांकन के बाद भी निशान सिंह प्रचार अभियान जारी रखते हुए साकची गुरुद्वारा बस्ती में संगत से मिले और गुरुद्वारा के विकास का खाका साझा किया.