जमशेदपुर: साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद को चुनाव को लेकर रविवार को साकची गुरुद्वारा में उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी व धार्मिक जांच की गई. धार्मिक जांच में उम्मीदवारों से गुरमुखी में नाम, पता लिखाया गया. इसके साथ ही गुरु घर के प्रति उनके विचारों को भी जाना गया. इसमें दोनों उम्मीदवार ही पास हो गए. इसके साथ ही दोनों के आग्रह पर उनके द्वारा मांगा गया चुनाव चिह्न भी चुनाव कमेटी ने आवंटित कर दिया गया. पक्ष के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू को शेर एवं विपक्ष के उम्मीदवार निशांत सिंह को उगता हुआ सूरज चुनाव चिह्न आवंटित किया गया.(नीचे भी पढ़े)
चुनाव कमेटी के संयोजक गुरदीप सिंह पप्पू एवं सहसंयोजक सुखविंदर सिंह राजू ने बताया कि स्क्रूटनी में साकची गुरुद्वारा, ह्यूम पाइप गुरुद्वारा एवं संत कुटिया गुरुद्वारा मानगो के हजूरी ग्रंथी साहिब एवं टिनप्लेट यूनियन नेता परविंदर सिंह सोहल की मदद ली गई. पप्पू के अनुसार कोड ऑफ कंडक्ट के अनुसार उम्मीदवार प्रचार करेंगे और एक दूसरे पर व्यक्तिगत आक्षेप नहीं लगाएंगे. दोनों उम्मीदवारों द्वारा लिखित सहमति जताने के बाद ही मतदाता सूची को अंतिम रूप समझा जाएगा और उसके उपरांत ही चुनाव के लिए एसडीओ कार्यालय से अनुमति लेकर चुनाव तिथि की घोषित की जाएगी. उधर, चुनाव की सरगर्मी के बीच ही वोटरलिस्ट को लेकर जिच शुरु हो गई है.
साबका प्रधान अपनी ही कमेटी पर उठा रहे हैं सवाल: निशान सिंह

साकची गुरुद्वारा चुनाव को लेकर बनायी गयी मतदाता सूची एक बार फिर संदेह के घेरे में आ गयी है. जब विपक्ष के प्रत्याशी निशान सिंह ने सूची में सही नाम नही जुड़ने को लेकर सवाल उठाया है.उन्होंने रविवार को बयान जारी करते हुए कहा कि साबका (पूर्व) प्रधान के मतदाता सूची में बोगस वोटरों पर वक्तव्य देकर सीधे-सीधे पिछले 8 साल से कार्य कर रही अपनी ही कमेटी पर सवाल खड़ा किया है. निशान सिंह ने कहा कि मतदाता सूची पिछली कमेटी द्वारा बनायी गयी एवं एक तय समय तक नाम जोड़ने का काम भी पिछली कमेटी ने किया तो पिछली कमेटी का यह कर्तव्य बनता है कि वे बताएं कि कौन कौन से नाम बोगस हैं. (नीचे भी पढ़े)
अगर हैं तो उन्होंने अभी तक उन्हें सूची से अलग क्यों नहीं किया.निशान सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा, उन्हें जो मतदाता सूची कमेटी द्वारा उपलब्ध करायी गयी है उसमें कई ऐसे लोगों के नाम काट दिए गए हैं जो कि वर्षों से अपने पुश्तैनी मकान में रह रहे हैं और लगभग हर चुनाव में वह वोट डालते आ रहे हैं. और तो और गुरुद्वारा कमेटी के विभिन्न पद पर भी अपना योगदान दे चुके हैं. निशान सिंह ने कहा उनके पास ऐसे कई नामों की एक सूची है जिसे मूल मतदाता सूची में जोड़ा जाना अभी भी बाकी है. उन्होंने कहा कि उन्हें संदेह नहीं पूरा यकीन है कि इन्होंने ने ही बोगस वोट सूची में जोड़कर सही नामों को हटा दिया है.