
जमशेदपुर : जमशेदपुर के साकची कालीमाटी रोड बसंत टॉकीज के पास स्थित हनुमान मंदिर के मामले में भाजमो की एक बैठक हुई. मंदिर के मुख्य संरक्षक सह विधायक सरयू राय की उपस्थिति में भाजमो जिला कार्यालय में आयोजित हुई. बैठक में भाजमो जमशेदपुर महानगर के तमाम ज़िला पदाधिकारी, मोर्चा अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष उपस्थित हुए. बैठक की अध्यक्षता श्रीश्री लोकसंकट मंदिर के अध्यक्ष जोगिंद्र सिंह जोगी ने की और बैठक का संचालन भाजमो के जिला अध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने की. श्री श्रीवास्तव ने मंदिर निर्माण में जानबूझकर उत्पन्न किए जा रहे विवाद का कार्यकर्ताओं एवं मंदिर समिति के सदस्यो को विस्तारपूर्वक बताया. श्री श्रीवास्तव ने कहा कि मंदिर की जमीन पर इन भू-माफियाओं की टेड़ी नजर है और जमीन हथियाना ही इनकी एकमात्र मकसद है जब से मंदिर निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है. ये लोग बाजार में लोगों से ईंट, बालू, गिट्टी के नाम पर अवैध वसूली में लगे. एक माह से अधिक समय से मंदिर के समक्ष बाजार के बीच चौराहे पर अवैध जमावड़ा लगाकर क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने की साजिश रच रहे हैं. कार्यकर्ताओं को साकची बाजार के मंदिर निर्माण समिति के सदस्यो का पूरा समर्थन करना है और शांतिपूर्ण तरीके से मंदिर निर्माण में भूमिका निभाएं. मुख्य वक्ता सरयू राय ने मंदिर निर्माण में उनकी अपने विगत कुछ दिनों तक मंदिर समिति के लोगों से हुई चर्चा को विस्तारपूर्वक सबको बताया. उन्होंने बताया कि कुछ हफ्ते पहले दो लोग चिंटू सिंह एवं हरीश राय उनके कार्यालय में मंदिर निर्माण के संदर्भ में उनसे चर्चा के लिए उनसे मिले. उन्होंने स्वयं प्रस्ताव रखा कि मंदिर की समिति का अध्यक्ष केशधारी सिख को बनाया जाए और स्थानीय निवासी जोगिंद्र सिंह जोगी ही मंदिर का अध्यक्ष रहें. यह मंदिर हिंदू और सिख की एकता का मिसाल बने किंतु कुछ दिन बाद कुछ अनैतिक लोगों ने मंदिर समिति में हस्तक्षेप शुरू किया और जोगिंद्र सिंह जोगी के नाम पर आपत्ति जताने लगे. उन्होंने कहा की गड़बड़ी लग रही है. इन लोगो का इरादा कुछ और है. मंदिर सभी मिलकर बनाएंगे लेकिन जिनका इरादा गलत है उनके मनसूबे पूरे नहीं होंगे. मंदिर में आरती आयोजित हुई. आरती में अवरूद्ध करने का प्रयास किया. उन्होंने मंदिर समिति के लोगों पर हमला करने का प्रयास किया किंतु महिलाओं ने उनका डटकर मुकाबला किया. तब उन लोगों को यह आभास हुआ कि ये लोग हम लोगों को छोड़ेंगे नहीं. श्री राय ने बताया कि राहुल गोस्वामी कांग्रेस साकची मंडल अध्यक्ष ने उनसे मुलाकात की और कहा कि सुरेन्द्र शर्मा मंदिर बनाना चाहते हैं और आपसे मिलना चाहते हैं. कांग्रेस के राकेश साहू ने भी दूरभाष पर बातकर मंदिर निर्माण के लिए मिलने की बात कही. तत्पश्चात कांग्रेस जमशेदपुर जिला अध्यक्ष विजय खां से बात हुई. भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्ररीत सिंह काले के साथ उनके आवास पर बैठक हुई. सभी ने एक सहमति से कहा कि आपको मंदिर समिति का संरक्षक मानने को तैयार है. उन्होंने उनके समक्ष संरक्षक बनने के लिए कुछ शर्त रखी. मंदिर समाज का होगा और मंदिर का समाजिक दायित्व होगा. मंदिर की देखभाल अच्छे से करनी होगी, चढ़ावा के लिए बैंक एकाउंट होना चाहिए, समाज के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के कल्याण के लिए मंदिर फंड का उपयोग होने चाहिए. पटना स्टेशन के निकट के मंदिर के तर्ज पर मंदिर समिति संचालित होनी चाहिए. वहां की तरह ही मंदिर में आने वाले चढ़ावे के सहयोग से कैंसर अस्पताल और स्कूल बनाया जाए. विजय खां ने कहा कमिटी 5 लोग की बना दी जाए. सुरेन्द्र शर्मा सहित अन्य दो लोग उनके ओर से नाम प्रस्तावित किया गया. विजय खां से बात हो गई और सहमती बन गई. लेकिन दुर्भाग्य की बात है की दूसरे ही दिन उन पर बाहरी दबाव पड़ा. 24 नवंबर को उन्होंने दूरभाष पर बताया कि मंदिर पास बुला रहे और मंदिर के दृश्य में क्या हुआ और किसने आकर किस तरह चुनौती देते हुए उकसावे वाली बात कही यह सब जानते हैं. महिलाओं के बारे में कहा कि महिलाएं आती है, लिपट जाती है. 4-5 केस में मंत्री बन्ना गुप्ता ने बचाया. इनके बयान से साफ है कि इनके क्या संबंध है. पूर्व मुख्यमंत्री, वर्तमान मंत्री एवं प्रशासन का त्रिकोण है. जिसको चाहे फंसा और जिसको चाहे बचा ले. बर्मामांइस की मंदिर में भी कब्जा किया. 25 लाख रूपये के मंदिर फंड की हेराफेरी की. शहर में और कई जगह एसा है जहां इन्होंने कब्जा किया है. हमारे कार्यालय के पड़ोस मे सटे हुए मंदिर जहां स्थानीय निवासी जोगिंद्र सिंह जोगी ने निर्माण की पहल की. मंदिर निर्माण के लिए अपने कार्यालय से बिजली पानी सहित अन्य सुविधाएं दी. लेकिन योजनाबद्ध तरीके से शहर के असामाजिक तत्वों ने मंदिर के आस पास की जमीन पर कब्जा करना चाहा. चौराहे पर रोजाना नए नए लोगों को बुलाकर भाषण दिया. माहौल बिगाड़ने का भरसक प्रयास किया. श्री राय ने कहा कि हम लोग बात करेंगे. प्रशासन से 144 धारा को निरस्त करने की मांग करेंगे. राजस्थान में किशनगढ़ में संगमरमर की मूर्ति के लिए बात हुई है. पंचमुखी हनुमान मंदिर में सारे मंत्र तांत्रिक है जिसने पंचमुखी हनुमान मंदिर का विशेष रूप है सार्वजनिक रूप से कोई पूजा करेगा तो विधि के अनुसार उसका नुकसान हो सकता है. लोकसंकट नामकरण का एक उद्देश्य है कि मंदिर सभी लोगों का समान है, ना कि व्यक्ति विशेष का और आम जनता के ऊपर यदि कोई संकट आएगा तो हनुमान जी दूर करेंगे. श्री राय ने कहा कि मंदिर में हनुमान की वरदान मुद्रा की मूर्ति बैठेगी. कुछ नेताओं ने आकर बयान दिया कि उन्हें मंत्री बन्ना गुप्ता ने केस से मुक्त कराया है. उनकी बात से प्रतीत होता है की जैसे उनके लिए संकट मोचन हनुमान जी की जगह बन्ना गुप्ता हैं. कांग्रेस जिलाअध्यक्ष की नैतिक जिम्मेदारी थी की उनके घर की में बैठके जो तय हुआ है उसे लागू कराएं. आज के दौर में हिंदुत्व को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने अपने पुस्तक में हिंदुत्व को बोखो हराम और आईएसआई के बराबर बताया. हमें यह समझना होगा की जय श्री राम, जय बजरंगबली का नारा का दुरुपयोग ना हो. सच्चे हिंदुत्व, शास्त्रीय हिंदु जैन,सिख सभी को लेकर चलते हैं. यहाँ जो मंदिर बनाएँगे वह समाजिक होगा. हम लोगों की मंशा शांत है. साकची बाजार की गरिमा को बनाये रखना है.समाजिक सरोकार रहना चाहिए;भरोसा रहना चाहिए. भगवान अपने भीतर है, पहले अपने उपर विश्वास रखे. मंदिर समिति निर्माण के लिए रोज नया नाम लाया जा रहा है. इसमें कल भी एक व्यक्ति जुट गए है. ये लोग एक मनोवैज्ञानिक दबाव बनाना चाहते हैं. बाजार के लोग आगे रहे और हम उनका समर्थन में हैं . हम यह चाहते हैं कि मंदिर आध्यात्मिक स्थल बने. सभी श्रेष्ठ विचारों से पुजा अर्चना करें . रास्ते में कई कठिनाइयों आएगी . हमारा भरोसा जमशेदपुर की जनता के उपर है चुनाव जमशेदपुर की जनता ने जीताया है और मंदिर का फैसला भी जमशेदपुर की जनता ही करेगी. जननता सही फ़ैसला करेगी. साकची के लोगों की सार्वजनिक सभा बुलाकर अपने निर्णय से संतुष्ट करा लेंगे. इस बैठक में मुख्य रूप से मंदिर समिति के राजू मारवाह, भाजमो केंद्रीय महासचिव संजीव आचार्या, भाजमो पूर्वी विधानसभा संयोजक अजय सिन्हा, महामंत्री कुलविंदर सिंह पन्नु, उपाध्यक्ष वंदना नामता, मंत्री राजेश कुमार झा, विकास गुप्ता, कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद, विधायक प्रतिनिधि (व्यवसायि मामलों) आकाश शाह, युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित शर्मा, अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष प्रकाश कोया, विद्युत प्रतिनिधि विजय राव, जनसुविधा प्रतिनिधि हरेराम सिंह, जनकल्याण प्रतिनिधि मिष्टु सोना, उद्योग प्रतिनिधि इंद्रजीत सिंह, आइटी कोषांग प्रतिनिधि विकास सिंह, पेयजल सहप्रभारी शंकर कर्मकार, उलीडीह मंडल अध्यक्ष प्रवीण सिंह, मानगो मंडल अध्यक्ष कन्हैया ओझा, साकची पश्चिम अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह, बारीडीह मंडल अध्यक्ष विजय नारायण सिंह, बरमामाईंस मंडल अध्यक्ष नागेंद्र सिंह, गोलमुरी मंडल अध्यक्ष कैलाश झा, टेलको मंडल अध्यक्ष महेश तिवारी, लक्षमीनगर मंडल अध्यक्ष बिनोद राय, सीतारामडेरा मंडल अध्यक्ष बिनोद यादव, साकची मंडल महामंत्री अमन सिंह, कदमा मंडल अध्यक्ष तिलेश्वर प्रजापति, पुतुल सिंह, काकोली मुखर्जी, किरण सिंह, शक्ति सिंह, अमरेश कुमार, दुर्गा राव, शंभु पांडेय, असीम पाठक, विकास कामंत, किशोर सिंह, चंदन सिंह, दीपक कुमार, मुकेश कुमार, मिठ्ठू सरकार, मनिष कुमार, गौतम धर, राजेश कुमार, संतोष रजक, मनजोत सिंह, मार्टिन लैजर्स, सौरभ सिंह, अवधेश कुमार, श्याम महानंद, सुमित शर्मा, अभिजित सेनापति, उत्तम कुमार, दीलीप नायक, त्रिलोचन सिंह, हितेश कुमार, इंदु शेखर सिंह, अर्जुन शर्मा, विनोद कुमार, शिव कुमार, राकेश कुमार सहित अन्य उपस्थित थे. (नीचे पूरी खबर देखें)

श्रीश्री हनुमान मंदिर समिति के लोगों ने बोला हमला, कहा-सरयू राय और उनके समर्थक ढोंग करना बंद करे, जब धारा 144 हटाने का पहल करना है तो लगवाया ही क्यों
इधर, श्री श्री हनुमान मंदिर निर्माण समिति शहीद चौक साकची की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता कर रहे समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि सरयू राय अपनी लोकप्रियता को धूमिल होने से बचाने के लिये अनर्गल बयानबाजी कर रहे है. किस हैसियत से मंदिर में दावेदारी कर रहे है. पूरा बाजार ही नही पूरा शहर जानता है. श्री शर्मा ने कहा कि आप बाजार के जिन व्यापारियो को बुलाते है साकची में बेहतर व्यवस्था के नाम पर बेहतर मार्केटिंग प्लान के नाम पर चाय पिलाते हो, खाना खिलाते हो और हस्ताक्षर कराकर प्रेस रिलीज भेज देते है, मंदिर निर्माण के नाम को लेकर लोगो को दिग्भर्मित करते है. रही विजय खां के घर मीटिंग का तो मैंने आपको सरंक्षक स्वीकार किया था. आप हमारे अभिभावक है, लेकिन अभिभावक के रूप में आप हमसे हमारी आस्था हमारी सभ्यता हमारे संस्कार छीन लोगे, ऐसा होने नही देंगे. मुझे पहले ही शक था जब आपके तरफ से प्रस्ताव आया था मिलने का क्योकि आप जैसे लोग बैठाकर फोटो खिंचवाते है और प्रेस में खबर छपवा देते है इसलिए हमने अपने जिला अध्यक्ष के घर पर मिलने का जिक्र किया था और आपके प्रस्ताव सुन तो मेरे कान खड़े हो गए. इतने सम्मानित नेता इस तरह के प्रस्ताव रखेंगे. श्री शर्मा ने कहा कि आप तो अपने जनतंत्र के लोगो को कमिटी में शामिल करने और चिंटू सिंह, अप्पू तिवारी और हरीश राय को बाहर करने की बात कहकर पूरी रामायण और फिर माता जानकी की जिक्र कर दर्शा दिया कि आपके सोच कहा तक सीमित है इसलिए मै आपके प्रस्ताव पर सहमति देने के बजाय सुनकर चला आया और आकर मैंने अपने सीनियर लोगो के साथ साथ समिति के लोगो के बीच विचार किया विमर्श किया. बैठक में राकेश साहू ने बताया कि मंत्री बन्ना गुप्ता पर ऊंगुली उठाने से पहले अपने गिरेबां में एक बार राय जी झांके तो बेहतर होगा, किस तरह आपकी राजनीतिक छवि हिंसक होती जा रही है और किस तरह आपने अपने ही पार्टी के लोगो को अपराधी बनाकर जेल भेजवाते है, मर्डर करवाते है और अपनी राजनीति के लिए कौन-कौन सा हथकंडे अपनाते है, जग जाहिर है. श्री साहू ने कहा कि मंदिर में कोई भी आएगा उनका स्वागत होगा. अभय सिंह, रामबाबू तिवारी, आनंद बिहारी दुबे, अमरप्रीत सिंह काले, विजय खां, भरत सिंह या परविंदर सिंह हो, या शहर के समृद्ध व्यापारी वर्ग हो सभी का स्वागत है. राकेश साहू ने कहा कि चन्दाखोरी, जमीन हड़पने और हिंसक कार्यो के लिये जनमोर्चा का उदय हुआ है, तभी तो समर्पित कार्यकर्ता छूटते गए और मंदिर से ईंट चुराने और बालू सीमेंट चुराने और उसी से ऑफिस निर्माण कराने वाले टिके हुए है और उनके लिए सिर्फ मंदिर छेको चन्दा उगाही करो, जमीन कब्जा करो, घर छेको घर कब्जा करो, इसका आदत बन गई है. मंदिर निर्माण कमिटी के वीर सिंह ने कहा कि सरयू राय बताये कि कौन सा व्यापारी चन्दा दिया है, अगर साबित कर देते है तो हम सभी स्वतः मंदिर छोड़कर चले जायेंगे अन्यथा सरयू राय विधायक पद से इस्तीफा दे और जनता के बीच माफी मांगे. साथ ही आप से आग्रह है कि आपके द्वारा आपकी पार्टी द्वारा क्या सहयोग मंदिर निर्माण में हुआ है, सार्वजनिक करे. विरोध दर्ज कराते हुए सभी एक स्वर में मंदिर बनाने का संकल्प और सरयू राय के मंसूबो के खिलाफ आवाज बुलंद करने किं तैयारी की गई. विरोध दर्ज कराने में मुख्य रूप से सुरेंद्र शर्मा, राकेश साहू, चिंटू सिंह, हरीश राय, अप्पू तिवारी, वीर सिंह, दशरथ शुक्ला, हीरा सेठ, उमाशंकर सिंह, विकास सिंह, राकेश राव, राहुल दुर्गे, मोंटी अग्रवाल, ऋषव सिंह, मिथुन सिंह, ललित राव, पप्पू उपाध्याय, सौरभ सिंह, नीतीश कुमार, प्रभात शाही, छोटू पण्डित, राहुल दुर्गे, रौनक शर्मा, गोलू झा, टकलू लोहार, चरणजीत सिंह, सागर सिंह, संजय कुमार, आदित्य आदि, सोनू ठाकुर, सतनाम सिंह समेत अन्य मौजूद रहे.