जमशेदपुर : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक और पूर्व मंत्री सरयू राय ने टाटा स्टील और जुस्को (अब टाटा स्टील यूटिलिटीज इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी) के अधिकारियों की क्लास लगायी है. मंगलवार को जमशेदपुर के सर्किट हाऊस में आहूत हाईलेबल मीटिंग में खुद सरयू राय मौजूद थे. इसके अलावा उपायुक्त रविशंकर शुक्ला, जुस्को के एमडी तरुण डागा समेत तमाम पदाधिकारी मौजूद थे. इस दौरान बिरसानगर के मोहरदा जलापूर्ति योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गयी. इसके अलावा साफ-सफाई पर चर्चा की गयी. इस दौरान बिरसानगर मोहरदा जलापूर्ति योजना पर विस्तार से चर्चा की गयी. सरयू राय को यह बताया गया कि 2017 में ही मोहरदा जलापूर्ति योजना जुस्को को एक समझौता के तहत दे दिया गया था. इसमें 60 फीसदी जुस्को और सरकार को 60 फीसदी खर्च किया जाना है. इस पर अब समझौता होने पर जुस्को ने कहा कि पानी का दर बढ़ाने की जरूरत है.
यह भी बताया गया कि पहले ही समझौता के बाद पूर्ववर्ती रघुवर दास की सरकार को कहा था कि रेट बढ़ाना वे लोग चाहते है, लेकिन इसको लटका कर रख दिया गया. इसके बाद आज तक पानी का रेट तय नहीं हो पाया. इस पर सरयू राय ने कहा कि जब समझौता किया है तो जुस्को को यह जवाबदेही है कि पानी घर-घर पहुंचाये. उन्होंने कहा कि मुंह देखा-देखी कर उस वक्त समझौता कर लिया गया और अब समझौता से ही हट रहे है, जो गलत है. बिजली का कनेक्शन तक नहीं लगा पा रहे है. उन्होंने बगान एरिया में भी पानी की आपूर्ति नहीं होने और केबुल टाउन एरिया में बिजली की व्यवस्था कराने का भी निर्देश दिया. इस दौरान सरकार के स्तर पर भी कई मामले लंबित होने की बात कहीं गयी, जिसके बाद सरयू राय ने कहा कि इस मामले को लेकर वे नगर विकास मंत्रालय का प्रभार देख रहे मुख्यमंत्री से बात करेंगे. उन्होंने जुस्को को कहा कि जो समझौता 2017 में किया गया था, वह समझौता 2020 में कैसे अलग हो गया और नुकसान का सौदा दिखने लगा है. इस पर चुटकी लेते हुए श्री राय ने मीडिया से बातचीत में कहा कि लम्हों ने खता की, सदियों ने सजा पायी वाली कहावत चरितार्थ हो रही है.
जुस्को व टाटा स्टील ने कहा कि कई इलाके में लगातार खटाल बन जा रहे है, जिससे जानवर सड़कों पर घुम रहे है. इस पर श्री राय ने कहा कि खटालों को इस तरह से हटाया नहीं जा सकता है. वैसे टाटा स्टील के क्वार्टरों में भी गाय और भैंस पाले जाते है, पहले उसको बंद कराये, फिर खटालों के बारे में बात करें. इस बैठक में तय किया गया कि लोगों को पानी और बिजली सुलभता से मिले, इसके लिए सरकार, टाटा स्टील, जुस्को के बीच नये सिरे से स्थिति स्पष्ट की जायेगी, जिसको लेकर सरकार के स्तर पर भी अब श्री राय मामले को उठायेंगे. वैसे श्री राय ने माना कि जमशेदपुर पश्चिम से ज्यादा समस्या जमशेदपुर पूर्वी में है, जहां विकास के नाम पर सिर्फ छलावा होता रहा है.