जमशेदपुर: दक्षिण पूर्व रेलवे (एसईआर) चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल से फरवरी के दौरान 176.45 मिलियन टन की रिकॉर्ड लोडिंग के साथ माल ढुलाई में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है. दक्षिण पूर्व रेलवे ने चालू वित्तीय वर्ष की समाप्ति से 31 दिन पहले पिछले वित्तीय वर्ष की कुल लोडिंग 175.8 मिलियन टन को पार कर लिया है. वहीं चालू वित्तीय वर्ष के फरवरी तक, पिछले वित्तीय वर्ष की इसी अवधि के दौरान 157.58 मिलियन टन की लोडिंग की तुलना में माल ढुलाई में 12 फीसदी की वृद्धि हासिल की है.(नीचे भी पढ़े)
दक्षिण पूर्व रेलवे ने फरवरी 2022 तक 37.7 मिलियन टन कोयला लोड किया है और बिजली संयंत्रों को कोयले की निर्बाध आपूर्ति में योगदान दिया है. पिछले वर्ष इसी अवधि के लिए 25.65 मिलियन टन की लोडिंग की तुलना में कोयला लोडिंग में 47 फीसदी की वृद्धि हासिल की है.अंतरराष्ट्रीय बाजार में लौह अयस्क की बढ़ी हुई कीमत और लौह अयस्क की घटती मांग के प्रभाव से अगस्त, 2021 से लौह अयस्क लोडिंग में कमी आयी है; फिर भी दक्षिण पूर्व रेलव ने 97.6 मिलियन टन लौह अयस्क लोडिंग के साथ एक स्थिर प्रदर्शन दिया है जो पिछले वर्ष के 94.91 मिलियन टन की लोडिंग की तुलना में 2.83 फीसदी अधिक है. .(नीचे भी पढ़े)
फरवरी, 2022 तक 17.51 मिलियन टन स्टील लोड के साथ स्टील लोडिंग में 13.04 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान फरवरी, 2021 तक 15.49 मिलियन टन स्टील लोड किया गया था. पिछले वर्ष की तुलना में सीमेंट लोडिंग में 9.38 फीसदी की वृद्धि हासिल की गयी है. फरवरी 2022 तक 12 मिलियन टन सीमेंट का परिवहन करने में सफल रहा है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के लिए 10.97 मिलियन टन था.(नीचे भी पढ़े)
दक्षिण पूर्व रेलवे ने भी चालू वित्तीय वर्ष में संयंत्रों से देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन के परिवहन में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है. कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान, कुल मिला कर 1375 ऑक्सीजन टैंकर (23,334.65 टन) ले जाने वाले 281 रैकों को लोड किया गया और देश के विभिन्न हिस्सों में पहुंचाया गया.