जमशेदपुर : गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश उत्सव के उपलक्ष्य पर जमशेदपुर के जुगसलाई स्थित स्टेशन रोड गुरूद्वारे में 9 नवंबर से चार दिवसीय पाठ बोध समागम का आयोजन किया जायेगा. स्टेशन रोड जुगसलाई गुरूद्वारे में 9 नवंबर से संध्या 6.30 बजे से रात 9 बजे तक ज्ञानी गुरप्रताप सिंह द्वारा गुरुनानक देव जी की शाह रचना जपजी साहिब का अर्थ और शुद्ध उच्चारण की प्रस्तुति की जाएगी. यह पहली बार होगा जब इस प्रकार का आयोजन स्टेशन रोड गुरुद्वारा में किया जायेगा. गुरुद्वारा साहिब में गुरुवाणी पाठ बोध समागम में शुद्ध पाठ की शिक्षा दी गई. श्री सिंह पाठ की बुनियादी पहलुओं से रूबरू कराएँगे. उन्होंने कहा कि संगत पूरी तन्मयता से शुद्ध पाठ का गुर सीखे. आदि गुरु श्री गुरुग्रंथ साहब की मूलवाणी जपजी जगतगुरु श्री गुरुनानक देवजी द्वारा जनकल्याण हेतु उच्चारित की गई अमृतमयी वाणी है. ‘जपजी’ एक विशुद्ध एक सूत्रमयी दार्शनिक वाणी है उसमें महत्वपूर्ण दार्शनिक सत्यों को सुंदर अर्थपूर्ण और संक्षिप्त भाषा में काव्यात्मक ढंग से अभिव्यक्त किया है. इसमें ब्रह्मज्ञान का अलौकिक ज्ञान प्रकाश है। इसका दिव्य दर्शन मानव जीवन का चिंतन है. इस वाणी में धर्म के सत्य, शाश्वत मूल्यों को बही मनोहारी ढंग से प्रस्तुत किया गया है. अतः महान गुरु की इस महान कृति की व्याख्या करना तो दूर इसे समझना भी आसान नहीं है. लेकिन जो इसमें प्रयुक्त भाषाओं को जानते हैं उनके लिए इसका चिंतन, मनन करना उदात्तकारी एवं उदर्वोमुखी है. यह एक पहली धार्मिक और रहस्यवादी रचना है और आध्यात्मिक एवं साहित्यिक क्षेत्र में इसका अत्यधिक महत्व महान है.