
जमशेदपुर : जमशेदपुर में सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी के प्रकाश उत्सव (जयंती) मनाने और उक्त अवसर पर नगर कीर्तन निकलाने के लिए अनुमति देने से जमशेदपुर के जिला प्रशासन ने इनकार कर दिया है. जमशेदपुर के धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) के आदेश पर 23 नवंबर को ही एक पत्र उनके गोपनीय शाखा से सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान को भेजा जा चुका है. पत्रांक 2639/2020 में लिखा गया है कि सिख समाज के पत्र के आलोक में यह फैसला लिया गया है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने से रोकने और बचाव के लिए कोविड-19 रेगुलेशन 2020 लागू है. मुख्य सचिव झारखंड का पत्र जारी किया जा चुका है, जिसके तहत अनलॉक के दिशा-निर्देश के तहत किसी तरह की जुलूस की अनुमति नहीं दी जा सकती है. ऐसे में नगर कीर्तन निकालने की कोई इजाजत नहीं दी जा सकती है. वैसे सिख समाज का एक प्रतिनिधिमंडल पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी और मांग की थी कि 30 नवंबर को गुरुनानक जयंती है. जयंती के दस दिन पूर्व से प्रभात फेरी निकाली जाती है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए प्रभात फेरी नहीं निकाली जा रही है, लेकिन गुरुनानक जयंती पर कार्यक्रम के आयोजन हेतु सरकार आदेश दे. कमिटी सरकार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए जयंती मनायेगी. मुख्यमंत्री ने इस दिशा में सकारात्मक पहल करने का भरोसा कमिटि के सदस्यों को दिया था, लेकिन अब तक झारखंड सरकार का कोई गाइडलाइन या फैसला नहीं आया है, जिसका इंतजार सिख समाज को है. आपको बता दें कि 30 नवंबर को सिखों के प्रथम गुरु श्री गुरुनानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाया जाना है. इस दिन कार्तिक पूर्णिमा भी है. सभी गुरुद्वाराों में 28 नवखंबर से ही श्री अखंड पाठ की शुरुआत कर दी गयी है, जिसका समापन 30 नवंबर को होगा. उस दिन नगर कीर्तन हर साल निकलती है, लेकिन कोरोना के कारण यह नगर कीर्तन नहीं निकालने को कहा गया है.