जमशेदपुर: सीतारामडेरा स्थित शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा में प्रधान पद का चुनाव लंबित होने के साथ-साथ लंबे से विवाद चल रहा है. सोमवार की सुबह यहां सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे की देखरेख में वोटर लिस्ट नोटिस बोर्ड पर चस्पा की गई थी. साथ ही यह कहा था कि जिस किसी का नाम वोटरलिस्ट में नहीं है वे एक जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं, तांकि चुनाव की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके. उधर, मुखे की कार्रवाई के बाद सीतारामडेरा का विवाद और गहरा गया. एक ओर जहां मानगो गुरुद्वारा के प्रधान सह तख्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार द्वारा बनाई गई पांच सदस्यीय सीजीपीसी संचालन समिति के सदस्य भगवान सिंह ने अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखकर मुखे को जत्थेदार द्वारा बर्खाश्त किए जाने की बात कहते हुए कहा कि चुनाव में मुखे का हस्तक्षेप करने का कोई हक नहीं है. उन्होंने कहा कि इसलिए सीतारामडेरा में दोनों पक्षों के तीन-तीन सदस्यों को शामिल कर न्यायोचित समाधान निकाला जाए. साथ ही साकची की तर्ज पर चुनाव कराने की बात कही गई.(नीचे भी पढ़े)
वहीं दूसरी ओर, सीतारामडेरा के विपक्षी खेमे के परमजीत सिंह ने भी एसडीओ को पत्र देकर कहा कि सीतारामडेरा गुरुद्वारा का अपना संविधान है. इसलिए यहां की संगत संविधान के अनुरुप ही चुनाव कार्य संपन्न कराएगी. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों के चुनाव कन्वेनर द्वारा वोटर लिस्ट का मिलान करने के बाद ही चुनावी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाए. एसडीओ को बताया गया कि प्रधान पद के उम्मीदवार सुरजीत सिंह सबलोक की ओर से कन्वेनर के तीन नाम दिए गए हैं. उसके बावजूद गुरुद्वारा में सोमवार को वोटर लिस्ट लगा दी गई, जिस कारण विवाद होना निश्चित है. परमजीत ने मजिस्ट्रेट की नियुक्ति कर शांति व्यवस्था बने रहते हुए चुनाव कराने की मांग की है. साथ ही मुखे की तख्त से बर्खाश्तगी का मुद्दा भी उठाया.
इधर इन सब विवाद और आरोपों पर सीजीपीसी प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि सीतारामडेरा में वोटर लिस्ट लगाकर छूटे हुए लोगों को नाम जुड़वाने का समय दिया गया है, ताकि किसी प्रकार का विवाद न हो. वह भी संविधान के अनुरुप ही तैयार की गई है. (नीचे भी पढ़े)
उन्होंने कहा कि सबलोक की ओर से जो नाम दिए गए हैं वे तथाकथित लोग हैं. सीतारामडेरा में चुनाव शिक्षकों द्वारा कराया जाएगा. साकची की तरह कोई भी वीआईपी को चुनावी प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि रही बात बर्खाश्तगी की तो साजिश के तहत पत्र निकालकर मुझे बर्खाश्त करने का हथकंडा अपनाया था. मैं इलेक्टेड प्रधान हूं. मेरे ऊपर कोई धार्मिक उल्लंघन का मामला नहीं है. जब कोर्ट से सजा होगी तो निश्चित कुर्सी छोड़ दूंगा. उन्होंने कहा कि जो पांच समिति कमेटी अपना पिटारा करती है वे खुलकर मेरे साथ चुनाव लड़ने से डरते हैं इसलिए विभिन्न हथकंडे अपना रहे हैं. शैलेंद्र सिंह समेत जो भी कमेटी में है वे समाज को बांटने का काम कर रहे हैं.