जमशेदपुर: जमशेदपुर के सिदगोड़ा क्षेत्र के बागुननगर स्थित सार्वजनिक श्री श्री दुर्गा एवं काली पूजा कमिटी इस वर्ष अपना गोल्डन जुलबी मनाने जा रही है. कमिटी द्वारा इस वर्ष गोल्डन जुबली के मौके पर आकर्षक पूजा पंडाल व सज्जा को लेकर जोर-शोर से तैयारियों में भिड़ी हुई है. पूजा कमिटी के अध्यक्ष काजू सांडिल ने बताया कि 1973 में डॉ. बीपी सेन, आर एन मइती, जगन्नाथ नंदी, राधाकांत पंडा सहित बंगला भाषी सदस्यों ने कलश स्थापित कर पूजा की शुरुआत की गई यह क्रम 1980 तक चलता रहा जिसमें कलश स्थापित कर पूजा किया जाता था. उसके बाद कमिटी का गठन कर पंडाल में मां दुर्गा की मूर्ति की स्थापना की जाने लगी जो आज तक निरंतर चले आ रहा है. (नीचे भी पढ़े)
इस वर्ष कमिटी अपने 50 वें वर्ष में प्रवेश किया है जिसे गोल्डन जुबली के रुप में मनाया जा रहा है. गोल्डन जुबली के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और समारोह का आयोजन किया जा रहा है. गोल्डन जुबली पर साढ़े 4 लाख की लागत से काल्पनिक मंदिर का निर्माण किया जा रहा है जिसे कलकत्ता से आए 11 कारीगरों द्वारा बनाया जा रहा है. यहां माता की पूजा बुजुर्गों के दिशा-निर्देश और देख-रेख में की जाती है वहीं पूजा की बागडोर महिलाएं संभालती है यही इस पूजा कमिटी की खासियत है. सप्तमी, अष्टमी और नवमी को कमिटी से जुड़ी महिलाएं आरती नृत्य करती है जो आकर्षण का केन्द्र होती है. इस वर्ष गोल्डन जुबली के मौके पर 3 दिन शीतल भोज का आयोजन किया जा रहा है जिसमें चना, पूरी और हलवा पंडाल में आने वाले श्रद्धालुओं के बीच वितरित किया जाएगा.