जमशेदपुर: राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी 22 फरवरी को शहर पहुंचे. इसके बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव कराने को लेकर जिले के उपायुक्त समेत पदाधिकारियों के साथ परिसदन में बैठक की और फीड बैक लिया. इस संबंध में मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया, कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण कई कार्य प्रभावित हुए हैं, लेकिन प्रजातंत्र की खूबसूरती के लिए चुनाव जरूरी है. उन्होंने बताया कि वैसे तो अभी यह सांकेतिक समीक्षा बैठक है. जल्द ही राज्य के सभी जिलों से फीडबैक लेकर पंचायत चुनाव के तिथि की घोषणा की जाएगी.
इससे पहले सभी स्तर की तैयारियों का रिपोर्ट तैयार किया जा रहा है. उन्होंने जिले के सभी पदाधिकारियों को पूरी तरह से परिपक्व बताया और कहा इस जिले के सभी पदाधिकारी अनुभवी हैं और उनके अनुभव का लाभ आगामी पंचायत चुनाव में जिले के लोगों को मिलेगा. छोटी- मोटी तकनीकी खामियां है, जिसकी जानकारी अधिकारियों को दी जा रही है. विदित हो कि 2015 में हुए पंचायत चुनाव के पांच वर्ष का कार्यकाल दिसंबर में समाप्त हो गया.
कोरोना के कारण चुनाव को टाल दिया गया था. लेकिन अब धीरे धीरे मामले कम होने के कारण चुनाव कराने की तैयारी को लेकर राज्य निवार्चन आयुक्त ने बैठक शुरु कर दी है. उन्होंने कहा कि राज्य में जल्द पंचायत चुनाव कराए जाएंगे. जिसको लेकर राज्य निवार्चन आयोग द्वारा तैयारी की जा रही है.
पंचायत चुनाव को लेकर क्षेत्रों का सीमांकन व आरक्षण पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इसका भी ख्याल रखा जाएगा. जो महिला के लिए आरक्षित है वह रोटेशन के आधार पर आरक्षित रहेगा या नहीं, इसके लिए अलग से राज्य निवार्चन आयोग द्वारा निर्णय लिया जाएगा. सीमांकन में आबादी के आधार पर क्षेत्रों का सीमांकन होगा. इसके अलावा मतदाता सूची भी तैयार करना होता है.2015 के त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अनुसार राज्य में मुखिया के 4402, जिला परिषद क्षेत्र के 545, पंचायत समिति सदस्य के 5423 और ग्राम पंचायत सदस्य के 54330 पदों के चुनाव होने हैं. इन चुनावों के लिए क्षेत्र के पुर्ननिर्धारण से लेकर मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया निर्वाचन आयुक्त के निर्देश पर कई महीनों पहले शुरू की जाती है.