जमशेदपुर: राज्य के स्वास्थ्य सचिव बनने के बाद केके सोन पहली बार जमशेदपुर दौरे पर हैं. गुरुवार सुबह से ही अस्पताल का नजारा बदला- बदला नजर आया. जिस अस्पताल में आम दिनों बदइंतजामी और बदहाली का नजारा दिखता था, आज अप- टू- डेट नजर आया. हर बेड पर चादर और हर तरफ साफ -सफाई का ऐसा नजारा इस अस्पताल में यदा- कदा ही देखने को मिलता है. वैसे ये नजारा दो- चार घण्टों तक ही देखने को मिलता है निरीक्षण के बाद स्थिति वैसी ही हो जाती है. श्री सोन अस्पताल और कॉलेज का निरीक्षण करेंगे उसके बाद मीडिया ब्रीफिंग कर सकते हैं. वैसे राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, अर्जुन मुंडा, मधु कोड़ा, मंत्री सरयू राय, रामचंद्र सहिस, और वर्तमान स्वस्थ मंत्री, मंत्री चम्पई सोरेन सरीखे नेता कोल्हान क्षेत्र से ही आते हैं लेकिन एमजीएम अस्पताल अपनी बदहाली का आंसू आजतक रो रहा है.
ऐसी बात नहीं है, कि इस अस्पताल को फंड का अभाव रहा है, करोड़ों रुपए का सालाना बजट इस अस्पताल को निर्गत होता है, कई डॉक्टर एमजीएम मेडिकल कॉलेज से पास आउट होकर देश और राज्य के अलग- अलग हिस्सों में अपना नाम रौशन कर रहे हैं, लेकिन यहां कुप्रबंधन के कारण मरीज और उनके परिजन आज भी बेहाल हैं. वैसे केके सोन का जमशेदपुर से गहरा लगाव रहा है. वे यहां बीडीओ और एसडीओ भी रह चुके हैं और वे विकास को अमलीजामा पहुंचाने वाले अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं. ऐसे में अब बतौर राज्य के स्वास्थ्य सचिव के रूप में क्या एमजीएम अस्पताल का कायाकल्प करा सकेंगे ये तो अब आगे पता चल सकेगा, फिलहाल एमजीएम अस्पताल और कॉलेज प्रबंधन गुरुवार को अप- टू- डेट नजर आया और अस्पताल कर्मी और डॉक्टर जेंटलमैन.