जमशेदपुर : बीते शुक्रवार को जेल में बंद विचाराधीन कैदी हरपाल सिंह थापर की संदिग्ध मौत के मामले में न्यायलय ने संज्ञान लिया है. मामले की जांच का जिम्मा प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी को दिया गया है. रविवार को जेल अधीक्षक नरेंद्र प्रसाद सिंह ने न्यायलय को ई-मेल कर जांच की अनुशंसा की थी, जिसके बाद प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश नलिन कुमार ने मामले को संज्ञान में लेकर जांच के आदेश दिए है. अब मामले की जांच न्यायलय की ओर से की जायेगी. हालांकि अब तक मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने नहीं आई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि हरपाल सिंह थापर की मौत का सही कारण क्या था. इधर पुष्पा रानी तिर्की के अधिवक्ता ने न्यायलय से 12 दिनों की टाइम बेल देने की अपील की है, ताकि पुष्पा तिर्की अपने पति के क्रिया-कर्म में शामिल हो सके. बता दें कि हरपाल सिंह थापर और उनकी पत्नी पुष्पा रानी तिर्की के अलावा अन्य लोगों पर बच्चों के यौन शोषण का आरोप है. सभी जेल में बंद थे. इधर बीते शुक्रवार को हरपाल सिंह थापर की अचानक तबीयत खराब होने के बाद मौत हो गई. उनके पैर में चोट के निशान पाए गए थे और दाहिने पैर में गड्ढे का निशान पाया गया था.
Jamshedpur : न्यायालय ने जेल में हरपाल सिंह थापर की मौत के मामले में दिए जांच के आदेश, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी करेंगे जांच
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