जमशेदपुर : लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर झारखंड सरकार की ओर से अबतक कोई गाइडलाईन जारी नहीं किए गए हैं. ऐसे में इस साल छठ पर्व कैसे मने इसको लेकर छठ व्रतियों एवं छठ महापर्व पर सेवा करनेवाले स्वयंसेवकों के बीच असमंजस की स्थिति बनी हुई है. आपको बता दें कि झारखंड में छठ महापर्व करनेवालों की अच्छी- खासी तादात है. ऐसे में सरकार की ओर से देरी कहीं न कहीं लोगों के लिए परेशानी का शबब बन सकता है. वैसे हर साल नदी घाटों एवं जलाशयों के तट पर संपन्न होने वाले लोक आस्था के इस महापर्व की तैयारी जिला प्रशासन एवं स्वयंसेवी संगठनों की ओर से दशहरा के बाद से ही शुरू कर दी जाती थी, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के कारण इस साल लगभग सभी पर्व-त्योहारों के लिए सरकारी की ओर से गाइडलाईन जारी होने के बाद ही मनाने का निर्देश दिया गया है. (आगे की खबर नीचे पढ़ें)
वैसे पूरे देश में आपदा अधिनियम 2015 लागू है. इधर प्रशासनिक स्तर पर भले ही छठ महापर्व की तैयारी शुरू नहीं की गयी है, लेकिन जमशेदपुर में सामाजिक संस्थाओं की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसी क्रम में राज्य के मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी के विधायक बन्ना गुप्ता अपने विधानसभा क्षेत्र के कदमा स्थित नील सरोवर पहुंचे और छठ की तैयारियों का जायजा लिया. साथ ही मौके पर मौजूद स्वंसेवकों एवं अक्षेस के अधिकारियों को फौरी तौर पर तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया. हालांकि उन्होंने भी सरकारी आदेश आने की बात कही. वहीं मंत्री ने अन्य जलाशयों एवं नदी घाटों की साफ सफाई को लेकर भी अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया है