जमशेदपुर : जमशेदपुर में कोरोना की रफ्तार थम रही है. हालात को देखते हुए टाटा स्टील द्वारा संचालित टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) के कोरोना के सलाहकार डॉ राजन चौधरी ने टाटा स्टील कारपोरेट कम्यूनिकेशन के चीफ कुलविन सुरी और हेड रुना राजीव कुमार के साथ ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि टीएमएच का रिकवरी रेट 87.32 फीसदी तक हो चुका है. इसका पोजिटिविटी रेट (आरटीपीसीआर) 4.88 फीसदी हो गया है जबकि एंटीजेन टेस्टिंग का पोजिटिविटी रेट 2 फीसदी तक हो गया है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि 5 फीसदी से नीचे जहां पोजिटिविटी रेट जाता है, उसको बेहतर स्थिति माना जाता है. उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना से संक्रमित होने के बाद एडमिट होने वाले अब तक टीएमएच में 3817 हो चुके है. वैसे तो पिछले सप्ताह 99 लोग एडमिट हुए थे जबकि उससे पहले सप्ताह में 62 हुए थे, लेकिन इस संख्या को देखकर यह अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है कि कोरोना का रफ्तार फिर से बढ़ रहा है. अभी मौत भी एक भी ऐसा नहीं हुआ है कि जिसको कहा जाये कि कोई प्योर कोविड से मौत हुई है. लेकिन सेकेंड वेभ का इंतजार पूरा देश कर रहा है. अगर पूजा के मौसम में लोग ठीक से रह गये और भीड़ में नहीं जाये तो संक्रमण पूरी तरह थम भी सकता है, लेकिन अगर पूजा में लोग भीड़ में गये तो संक्रमण फैलेगा ही, जिसको लेकर लोगों को ही सचेत रहना होगा. एक आदमी खांसेगा, थूकेगा और दस लोग बीमार होंगे, इस कारण ऐसी स्थिति से बचने की जरूरत है. लोगों को अभी बिना मास्क के कहीं नहीं जाना चाहिए जबकि सोशल डिस्टेंश बनाकर चलना होगा जबकि 6 फीट से भी ज्यादा की दूरी प र लोगों को रहना होगा. टाटा स्टील के कारपोरेट सर्विसेज के चीफ कुलविन सुरी ने बताया कि अभी टाटा स्टील ने इसको लेकर लोगों को आगाह करना शुरू किया है, जिसके लिए पोस्टर के अलावा वीडियो भी बनाया गया है, जिसको लोग देख सकते है. (नीचे पढ़े पूरी खबरें)
ठंड का मौसम है, बचकर रहने की जरूरत है
डॉ राजन चौधरी ने लोगों को सचेत किया है कि ठंड का मौसम है. लोगों को इससे बचकर चलने की जरूरत है. वायरल बीमारियां भी होती है, ऐसे में निमोमिया और वायरल बुखार से बचने की जरूरत है. ठंड का मौसम आने वाला है. ऐसे में लोगों को अपना ज्यादा ख्याल रखना होगा. (नीचे पढ़े पूरी खबरें)
पोस्ट कोविड क्लिनिक में 16 दिन में आये 210 मरीज
टीएमएच को राज्य सरकार ने अब पोस्ट कोविड सेंटर के रुप में विकसित किया है. लेकिन टीएमएच में 7 अक्तूबर को ही पोस्ट कोविड अस्पताल की शुरुआत कर दी गयी थी. इस सेंटर का जबरदस्त रिस्पांस मिला है, लोग अपना इलाज कराने आ रहे है. अब तक 210 मरीज यहां 7 अक्तूबर के बाद से लेकर अब तक इलाज करा चुके है. अधिकांश लोगों को कमजोरी, काम करने की ताकत का नहीं होने की शिकायत है. करीब 50 फीसदी ऐसे ही मरीज आये है जबकि 10 फीसदी लोगों को लंग्स की समस्याएं आयी है. कई लोगों को चर्म रोग से संबंधित भी आयी है, जो टेम्पोरेरी होती है. हाथ पैर में दर्द की भी शिकायतें है. (नीचे पढ़े पूरी खबरें)
एंटीबॉडी विकसित नहीं होने जैसी परेशानियों का चल रहा टीएमएच में अध्ययन
अक्सर ऐसा देखा गया है कि कोविड के मरीज जो ठीक हो जाते है, उसमें एंटीबॉडी होता है. ऐसे भई केस आये है, जिसमें एंटीबॉडी विकसित नहीं हो पाये है. ऐसे लोगों को परेशानियां ज्यादा भी हो सकती है. डॉ राजन चौधरी ने बताया कि ऐसे केस टीएमएच में भी आये है, लेकिन इसका कारण क्या है, क्या इसके बाद स्थिति होगी, क्या फिर से लोग संक्रमित हो सकते है, जिनमें एंटीबॉडी विकसित नहीं हुए है, इसका पूरा अध्ययन टीएमएच भी कर रहा है जबकि दुनिया में भी इसका रिसर्च चल रहा है, जिस पर अभी कॉमेंट नहीं कर सकते है.