जमशेदपुर: जमशेदपुर में रविवार को सरना धर्म कोड को लेकर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह आदिवासी सेंगल अभियान के प्रमुख सालखन मुर्मू के नेतृत्व में टाटा-हाता मुख्य मार्ग को करणडीह चौक के पास जाम कर दिया. यह कार्यक्रम पूर्व से ही नियोजित था. सड़क पर धरने को लेकर सड़क के दोनों ओर सड़क पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई. मामले को लेकर सालखन मुर्मू ने बताया कि रेल रोड चक्का जाम के कार्यक्रम के तहत यह कार्यक्रम किया जा रहा है. आदिवासियों की मांग है कि भारत के लगभग 15 करोड़ आदिवासियों को सरना धर्म कोड चाहिए. आदिवासी भी अपनी आजादी, अपनी पहचान और अपने अस्तित्व को बचाना चाहते है. आदिवासियों ने सरना धर्म को भारत सरकार द्वारा लागू करने को लेकर आदिवासियों ने काफी इंतजार किया. इसलिए आज 6 दिसंबर को यह पूर्व से नियोजित कार्यक्रम के तहत आंदोलन जो है आदिवासी सेंगल अभियान, केंद्रीय आदिवासी केंद्रीय सरना समिति रांची, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद रांची के तत्वाधान में हो रहा है. जिसको जनता दल युनाइटेड झारखंड का भी समर्थन है. उन्होने कहा कि उन्हे उम्मीद है कि इस कार्यक्रम से भारत सरकार हमारी इस मांग पर विचार करेगी और अभी दिसंबर 2020 के बीच में इसकी मान्यता प्रदान करें. अगर मान्यता नहीं मिली तो कार्यक्रम के तहत रेल मार्ग पर भी धरना-प्रदर्शन किया जाएगा.
jamshedpur-सरना धर्म कोड को लेकर आदिवासी सेगेंल अभियान ने टाटा-हाता मुख्य मार्ग किया जाम, सालखन मुर्मू ने कहा- आदिवासियों को चाहिए अपनी आजादी, पहचान व अपना अस्तित्व
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