जमशेदपुर : आदिवासी सेंगेल अभियान (असा), कोल्हान जोन की एक विशेष बैठक का आयोजन बीमो मुर्मू की अध्यक्षता में कदमा में हुई। बैठक में सर्वप्रथम आदिवासियों के लिए लड़ने वाले फादर स्टेन स्वामी को तथा महान सिनेमा कलाकार दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। कोल्हान जोन की समीक्षा बैठक में उपस्थित लखन चंद्र टुडू ने घाटशिला थाना क्षेत्र के अपने पुखूरिया ग्राम में घटित दुखद घटना की आपबीती सुनायी। लखन चंद्र टुडे के परिवार का सामाजिक बहिष्कार किया गया था। उसके बाद उसके परिवार के एक मृत सदस्य को 3 जून 21 को दफनाने के सवाल पर गांव के माझी बाबा बंकिम टुडू द्वारा इस पर विरोध और बवाल किया गया। दफनाने गये लोगों को जहां बंधक बनाया गया वहीं लाखों रुपये का दंड भी ठोक दिया गया था। परंतु सेंगेल के जूनियर मुर्मू, सीताराम माझी, बिमो मुर्मू, आनंद मुर्मू, रायसेन टुडू आदि के सहयोग से थोड़ी राहत मिली। तत्पश्चात उचित कार्रवाई के लिए पुलिस प्रसाशन को लिखित शिकायत की गई है। (नीचे भी पढ़ें)
आदिवासी समाज के स्वशासन प्रमुखों व माझी-परगना द्वारा डंडोम (आर्थिक दंड), बारोंन (सामाजिक वहिष्कार), डायन प्रथा के नाम पर मनमानी की घटनाएं चरम पर हैं। लोग परेशान हैं। इस पर गंभीर चर्चा की गई। ओडिशा के मयूरभंज ज़िला के असना, जमगुड़िया ग्राम, बंगाल के झाड़ग्राम ज़िला के चुटिया ग्राम में भी महीना के भीतर माझी-परगना द्वारा जोर जुल्म किया गया था। मगर सेंगेल द्वारा पुलिस प्रशासन की सहयोग से आदिवासी परिवारों को सहयोग प्रदान किया गया। फैसला किया गया कि गांव-गांव में समाज सुधार के काम को सेंगेल द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा। बैठक में बिमो मुर्मू के अलावा लखन चंद्र टुडू, जूनियर मुर्मू, डॉ सोमाय सोरेन, मंगल पड़ेया, किसुन हंसदा, सरायकेला गम्हरिया प्रखंड से यदुनाथ मार्डी, अम्पा हेम्ब्रम, नीमडीह प्रखंड से काली पोदो टुडू, कुकडु प्रखंड से दुबराज मार्डी, बोड़ाम से रंजीत टूडू घाटशिला से बलय मुर्मू, परमेश्वर टूडू समेत अन्य उपस्थित थे. बैठक में संगठन प्रमुख सालखन मुर्मू और सुमित्रा मुर्मू भी उपस्थित थे।