जमशेदपुर : झारखंड पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) रेजी डुंगडुंग ने अपने पद से इस्तीफा देकर वीआरएस ले लिया है. सोमवार को उनके वीआरएस को मंजूरी दे दी गयी. बताया जाता है कि रेजी डुंगडुंग अब राजनीति में कदम रख सकते है. वैसे उन्होंने खुद इसकी पुष्टि नहीं की है. रेजी डुंगडुंग झामुमो या कांग्रेस में शामिल हो सकते है. रेजी डुंगडुंग जमशेदपुर जैसे जिलों के एसपी रह चुके है. वैसे झारखंड में कई आइपीएस पदाधिकारियों का तबादला भी किया गया है. पलामू के एसपी अजय लिंडा को अतिरिक्त प्रभार जैप 6 का दिया गया है. इसी तरह जामताड़ा के एसपी अंशुमन कुमार को अतिरिक्त समादेष्टा आइआरबी 1 जामताड़ा, निधि द्विवेदी को समादेष्टा जमशेदपुर जैप 6 को मुसाबनी कैंप चाईबासा के आइआरबी का अतिरिक्त समादेष्टा बनाया गया है. धनबाद ग्रामीण के एसपी अमन कुमार को धनबाद के गोविंदपुर स्थित जैप 3 का अतिरिक्त समादेष्टा बनाया गया है. इसी तरह जेएपीटीसी पदमा के एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा को झारखंड पुलिस अकादमी हजारीबाग का अतिरिक्त वरीय उपनिदेशक सह पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है.
झारखंड में आइपीएस पकड़ते रहे है राजनीति की राह
झारखंड में आइपीएस और आइएएस के अधिकारी राजनीति की राह पकड़ते रहे है. इसमें कुछेक सफल रहे है जबकि कुछ लोग असफल रहे है. झारखंड में जमशेदपुर के एसपी रह चुके डॉ अजय कुमार झारखंड प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष रहे है जबकि उन्होंने झाविमो के टिकट पर चुनाव लड़कर सांसद भी बने है. इसी तरह बीडी राम झारखंड के पुलिस महानिदेशक के पद पर रहने के बाद सांसद बने और दो बार के सांसद रह चुके है. लक्ष्मण सिंह भी भाजपा का दामन थाम चुके है और राजनीति उनको भाने लगी है. इसके अलावा जमशेदपुर के पूर्व एसपी अमिताभ चौधरी ने भी राजनीति में कदम रखा था और रांची से चुनाव भी लड़े थे. हालांकि, उनको चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अब वे क्रिकेट में उनका साम्राज्य है. विमल कीर्ति सिंह भी राजनीति में आने के बाद ज्यादा सफल नहीं हो सके. लेकिन वे भी राजनीति में शामिल हुए थे. कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव भी आइपीएस रहे है और झारखंड पुलिस के एडीजी रह चुुके है.