खबरjharkhand-advocate-strike-झारखंड के सारे कोर्ट में कामकाज बंद, हजारों वकील हड़ताल पर, जज...
spot_img

jharkhand-advocate-strike-झारखंड के सारे कोर्ट में कामकाज बंद, हजारों वकील हड़ताल पर, जज और अधिवक्ता की हत्या के खिलाफ न्यायिक जगत में गुस्सा-देखिये कोल्हान में कैसा रहा हड़ताल का असर

राशिफल

जमशेदपुर बार एसोसिएशन के पदाधिकारी का बयान-video.

जमशेदपुर/सरायकेला/चाईबासा : रांची के तमाड़ में वकील की हत्या और उसके ठीक 2 दिन बाद धनबाद के एडीजे उत्तम आनंद की हत्या के बाद राज्य भर के वकीलों में आक्रोश है. इधर शुक्रवार को राज्य भर के वकील हड़ताल पर रहे. इस दौरान सारे न्यायिक कार्य ठप्प रहे. इधर जमशेदपुर और सरायकेला-खरसावां में भी वकील पूरी तरह हड़ताल पर रहे. (नीचे देखे पूरी रिपोर्ट)

जमशेदपुर कोर्ट में हड़ताल पर अधिवक्ता.

जमशेदपुर बार एसोसिएशन की ओर से जिले के उपायुक्त से मुलाकात कर एक मांग पत्र सौंपा गया. इसके माध्यम से उन्होंने एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग की. जानकारी देते हुए जमशेदपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष लाला अजीत कुमार अम्बष्ट ने बताया, कि राज्य में ना वकील सुरक्षित है, न ना पत्रकार, ना ही डॉक्टर. हर कोई खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है. कानून व्यवस्था राज्य में पूरी तरह चरमरा गई है. ऐसे में राज्य सरकार को वकील, जज, पत्रकार डॉक्टर एवं आम लोगों को सुरक्षा मुहैया कराने की जरूरत है. (नीचे देखे पूरी रिपोर्ट)

जमशेदपुर कोर्ट में बार एसोसिएशन से जुड़े लोग विरोोध प्रकट करते हुए. (नीचे और खबरें पढ़ें)
जमशेदपुर के कॉमर्शियल टैक्स बार एसोसिएशन का आंदोलन. (नीचे और खबरें पढ़ें)

जमशेदपुर कॉमर्शियल टैक्स बार एसोसिएशन में भी हड़ताल
जमशेदपुर कॉमर्शियल टैक्स बार एसोसिएशन भी इस हड़ताल में शामिल रहा. इन लोगों ने भी एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने की मांग की. इन लोगों ने हत्याकांड की भ्रत्सना की. वाणिज्यकर अधिवक्ता संघ के महासचिव बासुदेव चटर्जी ने कहा कि इस तरह की घटनाओं को किसी भी हाल में बरदाश्त नहीं किया जाना चाहिए और दोषियों पर कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए. इस दौरान एडवोकेट सतीश गुप्ता ने कहा कि यह मसला काफी संगीन है और अपराध को रोकने के लिए राज्य सरकार को हर स्तर पर कदम उठाना चाहिए. (नीचे पढ़े सरायकेला-खरसावां के अधिवक्ता और पश्चिम सिंहभूम जिले का विरोध प्रदर्शन)

सरायकेला-खरसावां के एडीसी सुबोध कुमार को ज्ञापन सौंपते अधिवक्तागण.

सरायकेला-खरसावां में अधिवक्ताओं का विरोध प्रदर्शन
झारखंड स्टेट बार काउंसिल के आह्वान पर सरायकेला-खरसावां जिला बार एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त की अनुपस्थिति में अपर उपायुक्त सुबोध कुमार से मिलकर ज्ञापन सौंपा. चार दिन पहले रांची के अधिवक्ता मनोज कुमार झा की नृशंस हत्या एवं फिर से धनबाद में एडीजे उत्तम आनंद की सुनियोजित हत्या पर गहरा रोष प्रकट करते हुए झारखण्ड के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा एवं राज्य में गिरते ला एंड आर्डर पर चिंता जताई. साथ ही दोनों ही मामलों में सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई. सभी अधिवक्ताओं का सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट जल्द से जल्द लागू करने की मांग की गई. अपर उपायुक्त ने मांग पत्र को अविलंब मुख्यमंत्री के पास पहुंचाने का आश्वासन दिया. प्रतिनिधिमंडल में बार एसोसिएशन के प्रभारी अध्यक्ष प्रभात कुमार, ओमप्रकाश, निर्मल कुमार आचार्य, पारथो सारथी दास, लक्ष्मी कान्त महतो एवं आकाश कुमार समेत अन्य शामिल थे.

पश्चिम सिंहभूम जिले की हड़ताल. (नीचे खबरें पढ़ें)

पश्चिम सिंहभूम में हड़ताल का व्यापक असर, अधिवक्ताओं ने निकाला मौन जुलूस
विगत 26 जुलाई को रांची बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज झा के अज्ञात अपराधकर्मियों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के विरोध में शुक्रवार को पश्चिम सिंहभूम जिला बार एसोसिएशन चाईबासा के प्रांगण से झारखंड स्टेट बार काउंसिल के सदस्य सह जिला बार एसोसिएशन के मॉनिटर अनिल कुमार महतो के नेतृत्व में अधिवक्ताओं द्वारा मौन जुलूस निकाला गया. मौन जुलूस बार एसोसिएशन से निकलकर जैन मार्केट चौक, सदर थाना चौक पोस्ट, ऑफिस चौक होते हुए पुनः कोर्ट रोड में आकर समाप्त हो गई. इसके पश्चात घटना के मामले को लेकर तथा एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लेकर जिले के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा गया. मौन जुलूस में मुख्य रूप से वरिष्ठ अधिवक्ता एसके पति, सतीश चंद्र महतो, प्रदीप कुमार विश्वकर्मा, राजकुमार प्रजापति, ताज खान, एनएन पांडेय, चतुर्भुज पारीक, बसंत केसरी, प्रदीप शर्मा, विक्रम मुंडा, केसर परवेज, नाग, आशीष सिन्हा, राजा राम गुप्ता, मंगल सिंह मेलगंडी, अरुण प्रजापति, सरफराज खान, महेश निषाद, भूपेश महतो, सचिन भाटी, देवनंदन सिंह यादव, प्रणव दरीपा, महादेव शर्मा, केशव प्रसाद, सुरेंद्र दास, राकेश पांडेय, अनिश अहमद के अलावा काफी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे. इस दौरान शुक्रवार को अधिवक्ताओं ने काला बिल्ला लगाकर न्यायिक कार्यो से अपने आपको अलग रखा.

Must Read

Related Articles

Floating Button Get News On WhatsApp
Don`t copy text!

Discover more from Sharp Bharat

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading