रांची : झारखंड सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए राज्य में पान मसाला और गुटखा और खैनी की बिक्री, उसके भंडारण और उसको बनाने पर पूर्णत: रोक लगा दी है. राज्य सरकार ने इसके संबंध में शुक्रवार को इसका आदेश जारी कर दिया. अभी सरकार ने एक साल के लिए यह प्रतिबंध लगाया है. इसके तहत 11 ब्रांड के पान मसाला को प्रतिबंधित कर दिया है. बताया जाता है कि राज्य के विभिन्न जिले के 41 पान मसाला के सैंपल की जांच की गयी थी, जिसमें मैगनिजियम कार्बोनेट पाया गया, जिससे हार्ट अटैक जैसी बीमारियां होती है. इस तरह के कई ब्रांड में गड़बड़ी पायी गयी, जिसके बाद यह प्रतिबंध लगाया गया है. इसके तहत रजनीगंधा, शिखर, विमल, पान पराग, दिलरुबा, राजनिवास, सोहरत, मधु, मुसाफिर, बहार, पान पराग प्रीमियम पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है. इस तरह का प्रतिबंध लगाने वाला झारखंड देश का तीसरा राज्य बन गया है. इससे पहले बिहार में भी प्रतिबंध लगाया जा चुका है. फूड सेफ्टी एक्ट 2006 के मुताबिक, मैगनिजियम कार्बोनेट का इस्तेमाल करना प्रतिबंधित था, लेकिन इसके बावजूद इसका इस्तेमाल हो रहा था. राज्य सरकार ने यह फैसला लेकर बड़ा कदम उठाया है. वैसे आपको बता दें कि राज्य को बड़ा राजस्व इससे प्राप्त होता है, ऐसे में केंद्र में भाजपा की सरकार होते हए झारखंड की यूपीए की सरकार ने इस तरह का फैसला लिया है, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है. आपको बता दें कि एक आकलन के मुताबिक, झारखंड में 38.9 फीसदी की आबादी तंबाकू का सेवन करती है. इसमें चबाने वाले तंबाकू सेवन करने वाले 34.5 फीसदी है,जो राष्ट्रीय औसत से काफी ज्यादा है.
jharkhand-banned-tobacco-pan-masala-झारखंड ने पान मसाला व गुटखा पर ल गायी पूर्ण पाबंदी, सरकार का बड़ा फैसला, जानिये ये सारे ब्रांड के गुटखा प्रतिबंधित है
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