अनिल कुमार / बोकारो : भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) में कार्यरत ठेका कंपनियों से हटाए गए मजदूरों की मांग के लिए गुरुवार को बोकारो इस्पात कामगार यूनियन के बैनर तले ठेका मजदूरों ने बोकारो स्टील प्लांट के पास सेक्शन के पास प्रदर्शन किया. इस दौरान ठेका मजदूरों ने बीपीसीएल प्रबंधन ठेका कंपनियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यूनियन के महामंत्री रामाश्रय प्रसाद सिंह ने बताया कि ठेका कंपनियां नियम के विरुद्ध मजदूरों का शोषण कर रही है. बीपीसीएल में काम कर रही. लगभग आधा दर्जन ठेका कंपनी प्रबंधन से सांठगांठ कर अपनी मनमानी कर रही है. (नीचे भी पढ़ें)
ठेका कंपनियों के अधीन काम करने वाले मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी तक नहीं दी जा रही है. जो कि मिनिमम वेज एक्ट 1948 का उल्लंघन है. कई बार वार्ता के पश्चात भी कोई हल नहीं निकल रहा है. उन्होंने कहा कि बीपीसीएल में सीईओ से लेकर सीजीएम इंचार्ज तक ठेकेदार से जुड़े हुए हैं. बीपीसीएल में 800-900 ठेका मजदूर हैं. लेकिन किसी को मिनिमम वेज नहीं दिया जा रहा है जो मजदूर इसका विरोध करता है. उसे चिन्हित कर काम से हटा दिया जाता है. उन्होंने कहा कि बीपीसीएल के अंदर जो मजदूर को बैठा दिया गया है या हटा दिया गया है, उसे अविलंब काम पर रखा जाए. अगर प्रबंधन इस बात को नहीं मानता है, तो प्लांट से लेकर बाहर तक आंदोलन का क्रम जारी रहेगा. अभी प्रथम चरण का आंदोलन शुरू हुआ है.