अनिल कुमार/ बोकारो : निजी स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूल में भी खोला गया है पुस्तकालय. निजी स्कूलों की तर्ज पर ही सरकारी स्कूलों को डेवलप किया जा रहा है. यहां चास स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय आजाद नगर में इसकी झलक दिखने लगी है.(नीचे भी पढ़ें)
यहां पढ़नेवाले बच्चों में अनुशासन देखने के लायक है. स्कूल में किसी भी समय बच्चों का शोरगुल सुनाई नहीं देता. इस स्कूल में झोपड़ी कॉलोनी, गेमन कॉलोनी, डिबागाढ़ा, आजाद, फेब्रिकेशन रोड, जोशी कॉलोनी, भगत कॉलोनी, नगर, जटांग टोला, सरदार कॉलोनी, आहर टोला आदि के बच्चे पढ़ने आते हैं. (नीचे भी पढ़ें)
स्कूल के पुस्तकालय में विभिन्न तरह की पुस्तकें रखी हुई हैं, जिसमें कोर्स की पुस्तकें, प्रेरक कहानियों की पुस्तकें, कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के लिए सीखने की पुस्तकें, चंपक, महापुरुषों की जीवनी, डिक्शनरी आदि 800 पुस्तकों का लाभ सभी बच्चे लेते हैं. जिन बच्चों को पुस्तक घर ले जाने का मन होता है, वे पुस्तक को पुस्तक खुद रिसीव कर घर भी ले जाते हैं. पुस्तकालय को संचालित करने वाली मीना कुमारी ने बताया कि बच्चे पुस्तकालय में आकर बहुत अनुशासित तरीके से पुस्तकें पढ़ते हैं, इसलिए हमलोग पुस्तकालय को सजाकर रखे हैं. वहीं सीनियर क्लास की छात्राएं बच्चों को पुस्तकालय में मदद करती हैं और वे ऐसा कर काफी खुश भी रहती हैं.(नीचे भी पढ़ें)
विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरेंद्र प्रसाद कहते हैं कि पुस्तकालय में छात्रों के अध्ययन करने से उन्हें काफी लाभ मिल रहा है. छोटे-छोटे बच्चे हिंदी रीडिंग आसानी से कर पाते हैं. अमूमन ऐसे दूसरे विद्यालय के बच्चे नहीं कर पाते. यह पुस्तकालय आस-पास के अन्य स्कूलों के लिए भी खुला है जो यहां आकर इसका लाभ ले सकते हैं.