रांची: विपक्ष के हंगामे पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने बुधवार को शून्य काल के बाद सदन में कहा कि देश की सर्वोच्च पंचायत में आदिवासी, दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक सभी की चर्चा होती है. लोकसभा आज के दिन ठप्प है. पहली बार ऐसा हो रहा है कि सत्ता पक्ष ही लोकसभा की कार्यवाही को बाधित रखे हुए है. विपक्ष भी झारखंड में यही कर रहा है. कल सदन के अंदर जो वीडियोग्राफी हुई उसकी जांच होकर कार्रवाई होनी चाहिए. कथित रामभक्तों को कपड़े फाड़कर जताना पर रहा है कि हम रामभक्त हैं कल ही तपोवन मंदिर के सौंदर्यीकरण का काम शुरू हुआ है. 20 वर्षों से यह ध्यान में नहीं आया. विपक्ष की ओर इशारा करते हुए सीएम ने कहा कि जिस तरीके से इन लोगों को देश में घेरा जा रहा है उससे यह घबराए हुए हैं. कपड़े फाड़ने, तरह तरह का रुप धारण करके आना इनकी आदत बन गई है. इन्हें लगता है कि सवालों से घिर जाएंगे इसलिए नौटंकी करते हैं.(नीचे भी पढ़े)
स्थानीयता और नियोजन पर भी जवाब देंगे. इसके बाद फिर से विपक्षी विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे.सदन में रांची विधायक सीपी सिंह ने कटौती प्रस्ताव पर अपनी बात रखते हुए सरकार को भ्रष्ट बताया. उन्होंने कहा कि इस सरकार में प्रायोजित तरीके से भ्रष्टाचार हो रहा है. यहां अपराध सुनियोजित तरीके से किया जा रहा है. उन्होंने राज्य में अपराध की स्थिति पर कहा कि मेरे पास जनवरी 2022 से दिसंबर 2022 तक का आंकड़ा है. यह आंकड़ा बताता है कि राज्य में अपराध की स्थिति क्या है. राज्य में 10714 चोरी, 1663 अपहरण, 1769 हत्या, 1611 बलात्कार सहित कुल 64 हजार से अधिक अपराध दर्ज किए गए हैं.(नीचे भी पढ़े)
सदन में उन्होंने अंबा प्रसाद के मामले को उठाते हुए कहा कि राज्य का विधायक इस बात को बोलता है कि किस अधिकारी को किस काम के लिए लगाया गया है. उन्होंने संध्या टोपनो की हत्या पर कहा कि यह सरकार गौ हत्या करने वाली है. एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पलामू में सीएम ने कहा था कि गौ तस्करी वाले वाहनों को नहीं रोकना है. उन्होंने कहा कि अगर राज्य का मुखिया ही ऐसी बात करेगा तो न जाने कितनी संध्या टोपनो की मौत होगी. रांची हिंसा पर सीपी सिंह ने कहा कि 10 जून 2022 को सुनियोजित तरीके से रांची में हिंसा हुई. गोली चलने से दो लोग घायल हुए. हंगामा करने वाले लोगों के चेहरे सामने थे. इसके बाद भी सरकार ने महज 38 लोगों को गिरफ्तार किया. स्थिति को यह है कि अपराधी को एयर एंबुलेंस से इलाज के लिए भेजा. मैं इसे गलत भी नहीं मानता, लेकिन ऐसी व्यवस्था आम लोगों के लिए भी होनी चाहिए.(नीचे भी पढ़े)
यह सरकार हर मसले पर फेल है. उन्होंने कहा कि नियोजन नीति को लेकर जो भ्रम है, उसे मुख्यमंत्री को दूर करना चाहिए. मेरा भी अनुरोध होगा कि वे सदन में इस भ्रम को दूर कर दें. इस सरकार ने युवाओं के लिए कुछ किया ही नहीं है. भ्रष्टाचार पर कहा कि रांची के भवन निर्माण विभाग का कार्यपालक अभियंता वन और टू 46 परसेंट घूस लेता है. इसमें से 12 फीसदी अकेले कार्यपालक अभियंता लेता है. 10 प्रतिशत टेबुल टेंडर का लेता है. उन्होंने कहा कि पैसे ऊपर तक पहुंचाएं जाते हैं. अब ऊपर किसको-किसको पहुंचाया जाता है, यह मुझे नहीं पता. ये वो उदाहरण है जो बताते हैं कि यह भ्रष्टाचार राज्य संपोषित है. सीपी सिंह ने साफ तौर पर कहा कि रांची में सिटी पेट्रोलिंग की व्यवस्था है. लेकिन यह पेट्रोलिंग करती क्या है. यह पुलिस ईंट, बालू, चिप्स ढोने वाली गाड़ियों से वसूली करती है. इतना ही नहीं दिन में भी आएंगे तो देखने को मिलेगा कि चौराहे पर खड़ी पुलिस पलामू-गढ़वा से आने वाली गाड़ियों की चाभी खींच लेती है. राज्य में तो यह स्थिति है.(नीचे भी पढ़े)
विधानसभा में बोले सीएम, हम शोर नहीं काम करते हैं: हेमंत ने विपक्षियों से पूछा आप किसके समर्थक 1932 या 60-40, 1932 के समर्थक हैं, तो कोर्ट क्यों गये. आज विधानसभा में हेमंत सोरेन विधायक प्रदीप यादव के एक सवाल का जवाब देने के लिए खड़े हुए. विरोधी दल ने सीएम से नियोजन नीति पर बात रखने की मांग की. सदन में हंगामा होने लगा, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विपक्षी दलों से पूछा सबसे पहले यह बताइये की आप 60-40 के समर्थक हैं या 1932 के. अगर आप 1932 के समर्थन में हैंस तो कोर्ट क्यों जाते हैं. रमेश हांसदा कौन है ? मैं इनके सभी सवालों का जवाब दूंगा. हमारी बारी भी आयेगी, मैं बोलूंगा भी, यह भागेंगे भी.हेमंत सोरेन ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ऐसा नहीं है कि पूरा हथियार का जखीरा इनके पास है. देश के आदिवासी दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक जिनके विषय में भी चर्चा होती है वही लोकसभा पूरी तरह ठप है. सत्ता पक्ष ने ही लोकसभा को ठप कर रखा है. आज देख रहे हैं कि यहां भी विपक्ष यही करने की कोशिश कर रहा है. इनके पास ना, किसी के पास कोई मुद्दा है ना विषय.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायक के कुर्ता फाड़ने पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, कल जो आचरण हुआ है उस पर कार्रवाई होनी चाहिए. (नीचे भी पढ़े)
अब राम भक्तों को कपड़े फाड़कर यह साबित करना पड़ रहा है कि हम राम भक्त है. ईश्वर सबको देख रहा है. 20 वर्ष इन्होंने सत्ता चलाया. तपोवन भूमि पर एक रुपया खर्च नहीं किया. हमने काम भी किया लेकिन शोर नहीं किया. इन लोगों को यह लग रहा है कि हम देश की सत्ता में काबिज हैं तो पूरी दुनिया में काबिज हो चुके हैं. जिस तरह से इन्हें सवालों में घेरा जा रहा है यह किस तरह बचने की कोशिश कर रहे हैं यह उसका हिस्सा है. सरकार अपना समय आने पर जवाब देगी.(नीचे भी पढ़े)
सीएम ने कहा, सरकार अपने समय पर जवाब देगी. सदन में तरह तरह के रूप धारण करके आना बहुरुपिया का काम है. सभी विधायकों को जवाब देना है. उन्हें लगता है वह सवालों से बच जायेंगे इसलिए वह ऐसा कर रहे हैं बाकि विषयों पर भी हम जवाब देंगे.सदन में प्रश्नकाल के बाद विपक्ष के विधायक नियोजन नीति पर मुख्यमंत्री से जवाब दिलाने की मांग स्पीकर से की. स्पीकर ने कहा कि कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में जो निर्णय हुआ है उसके हिसाब से काम होगा. इसके बाद भाजपा के विधायक वेल में आकर नारेबाजी और हंगामा करने लगे. 1932 की भेलो, 60-40 नाय चलतौ का नारा लगाने लगे. जिस समय यह हंगामा हो रहा था उस समय मुख्यमंत्री सदन में बैठे हुए थे.(नीचे भी पढ़े)
विपक्ष के हंगामे के बीच सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लिया जा रहा है.सदन में सरयू राय ने सवाल करते हुए पूछा कि आम्रपाली खदान में शिवपुर रेल साइडिंग तक कोयला परिवहन में अनियमितता की जांच के लिए समिति बनी थी, लेकिन अबतक ओवरलोडिंग रोकने की कार्रवाई क्यों नहीं हुई? उन्होंने पूछा कि ओवरलोडिंग के लिए जिम्मेवार व्यक्तियों पर क्या कार्रवाई हुई? इसपर परिवहन मंत्री चम्पई सोरेन ने जवाब देते हुए कहा कि आम्रपाली खदान से कोयला ढोने वाली ट्रकों में ओवरलोडिंग नहीं हो रही है. यह जांच में पाया गया है. ट्रकों का वजन भारत सरकार परिवहन मंत्रालय के मानक द्वारा निर्धारित किया गया है. परिवहन विभाग का दायरा खदान से होते हुए साइडिंग के बाद रोड पर आने के बाद शुरू होता है.