रांची : कोलकाता के 48 लाख कैश के साथ पकड़ाए गए कांग्रेस के तीन विधायक जहां गिरफ्तार किए गए है. विदित हो कि बेरमो विधायक जय मंगल सिंह उर्फ अनुप सिंह ने तीनों विधायकों के साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा कांग्रेस के विधायकों को मंत्री पद और दस-दस करोड़ रुपए के पेशकश कर रहे हैं. जिससे झारखंड में चल रही जेएमएम और कांग्रेस की सरकार को गिराया जा सके. इस मामले में शुक्रवार को सीआईडी ने कांग्रेस विधायक अनूप सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया. कोलकाता में गिरफ्तार झारखंड कांग्रेस के तीन विधायकों ने कलकत्ता हाईकोर्ट में सीआईडी जांच के स्थान पर सीबीआई से जांच कराने की मांग की गई थी जिसे हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया. इस मामलें को लेकर कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा, जो कैश कांड की जांच करेगा.(नीचे भी पढ़े)
कांग्रेस विधायक दल के नेता सह मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि इस मामले में विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप व विक्सल नमन कोंगाड़ी कैश कांड में संलिप्त पाये गये हैं. श्री आलम ने कहा कि कैश कांड मामले में विधायकों को लेकर जो गलतफहमी थी, वो खत्म हो गयी है. पार्टी ने सच्चाई पता लगाने का काम किया. जहां तक आलाकमान के निर्णय की बात है, तो सारे विधायक और नेता आलाकमान के निर्णय के साथ है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि विधायक कैश कांड मामले में कानून अपना काम करेगी. पार्टी इस मामलें में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करेगी. मामला चाहें जो भी विधायकों के खिलाफ साजिश रची गई हो या ये तथ्य सही हो सत्य तो जांच के बाद ही पता चलेगा. श्री ठाकुर ने आगे कहा कि काफी मेहनत के बाद एक विधायक बनता है. जहां तक नमन विक्सल कोंगाड़ी की बात है, तो इन्हें जंगल से निकाल कर कांग्रेस ने विधायक बनाने का काम किया है. बैठक में दीपिका पांडेय सिंह, शिल्पी नेहा तिर्की समेत कई विधायक मौजूद थे.