जमशेदपुर : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमशेदपुर के संक्षिप्त दौरे पर पहुंचे. वे पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री बनने के बाद जमशेदपुर पहुंचे. उनका यहां पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया. वे सोनारी एयरपोर्ट से सीधे कदमा स्थित उलियान शहीद स्थल गये, जहां उन्होंने पार्टी के भूतपूर्व केंद्रीय अध्यक्ष स्वर्गीय निर्मल महतो को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर उनके साथ राज्य के मंत्री चंपई सोरेन, मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक सह पूर्व उपमुख्यमंत्री सुधीर महतो की पत्नी सविता महतो, विधायक मंगल कालिंदी, विधायक रामदास सोरेन, विधायक संजीव सरदार, विधायक समीर मोहंती समेत अन्य सारे लोग मौजूद थे. उन्होंने यहां आकर शहीद निर्मल महतो के परिवार से मिले और उनके साथ समय बिताया और करीब एक घंटे तक वहां रहे. वे वहां अपने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की.
इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की. इस बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि झामुमो और झारखंड के लिए दोगुना उल्लास का दिन है. इस दिन क्रिसमस है तो झारखंड अलग राज्य के आंदोलन के प्रणेता स्वर्गीय निर्मल महतो का जन्मदिन भी है. ऐसे में लोगों का प्यार यहां दिखता है और जनता के साथ झामुमो का जुड़ाव और गहरा हो जाता है. उन्होंने राज्य में माइनिंग को लेकर चल रहे खेल पर पूछे गये सवाल पर कहा कि माइनिंग के क्षेत्र में रोक लगायी गयी है. किसी को गलत करने की छूट नहीं दी जा सकती है और न दी जायेगी. उन्होंने सरकार के एक साल पूरे होने पर कहा कि एक साल काफी चुनौतीपूर्ण रहा है. राज्य में अब तक पुरानी व्यवस्था ही लागू है. ऐसे में व्यवस्था का परिवर्तन किया जा रहा है. राज्य बेपटरी हो चुकी थी, जिसको पटरी पर लाकर दोगुना रफ्तार के साथ सरकार काम करेगी.
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन का समर्थन किया और कहा कि किसान आंदोलन में किसानों की जान लेने पर केंद्र सरकार आमादा है. केंद्र सरकार को चाहिए कि किसानों की समस्याओं का निराकरण करें और इसका रास्ता निकाले, जो जन विरोधी कानून है, उस कानून को वापस लिया जाये. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार के एक साल 29 दिसंबर को पूरा होने वाला है. लिहाजा, 29 दिसंबर को सरकार एक साल का लेखा-जोखा जनता के पास रखेगी और आने वाले चार साल का रोड मैप जनता के पास रखेगी कि किस तरह से सरकार काम करने वाली है.