नयी दिल्ली/रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नयी दिल्ली में कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मुलाकात की. उनके साथ कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह भी मौजूद थे. इस दौरान करीब एक घंटे तक नयी दिल्ली स्थित सोनिया गांधी और राहुल गांधी के आवास पर मुख्यमंत्री रहे. चाय पर चर्चा भी हुई और फिर बाहर निकल गये. बाहर निकलने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि यह शिष्टाचार मुलाकात थी. करीब एक साल के बाद नयी दिल्ली आये है. नया साल भी है और कोरोना का काल के बीच मुलाकात नहीं हो पायी थी, इस कारण शिष्टाचार मुलाकात की गयी है. इसमें कोई राजनीतिक तौर पर चर्चा नहीं हुई है. वहीं कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने कहा कि यह सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात थी. इसके पीछे कोई मंत्रिमंडल या किसी तरह का लेखा जोखा या फिर किसी तरह की नाराजगी से संबंधित कोई मामला नहीं है.
इस कारण इसको लेकर कोई भी बातें बोलना गलत है. वैसे इस मुलाकात के बाद इस चर्चा को बल मिल गया है कि मंत्रिमंडल में बदलाव हो सकता है. दरअसल, एक मंत्री हाजी हुसैन अंसारी की मौत होने के बाद झामुमो का एक मंत्री पद खाली है जबकि झामुमो के ही जगरनाथ महतो भी बीमार चल रहे है, जो शिक्षा मंत्री रहे है. ऐसे में कई विभागों में बदलाव हो सकता है या फिर कई सारे बदलाव को लागू किया जाना है. जाहिर सी बात है कि इसी बात को लेकर चर्चा की गयी है. मंत्रियों के विभागों में बदलाव की खबरों के बीच इसकी लाबिंग भी शुरू हो गयी है. कई नये नाम को शामिल किया जा सकता है तो कई मंत्री बदले भी जा सकते है. इसको देखते हुए यह बदलाव की मुलाकात मानी जा रही है. हालांकि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह किसी तरह का मंत्रिमंडल से संबंधित बात होने से साफ तौर पर इनकार किया है. वैसे बोर्ड और निगम का भी बंटवारा होना है, जिसको लेकर सबकी निगाहें टिकी हुई है. इसके बाद उन्होंने केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी से भी मुलाकात की. इस दौरान कोल ब्लॉक्स के संचालन पर भी बातचीत हुई.