राँची:- झारखंड में कोरोना वायरस से हालात बिगड़ने लगे हैं। प्रदेश में सोमवार को फिर एक बार चार नए कोरोना संक्रमित की पहचान की गई है। हालांकि इस बीच राहत भरी खबर यह रही कि कोरोना संक्रमित चार पुराने मरीज स्वस्थ हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने चार नए मामले मिलने और चार पुराने कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक हाेने की पुष्टि की है।आपको बता दे कि झारखंड में सोमवार को कोरोना के 4 और मरीज मिले हैं। इन चारों ताजा मामले में एक रांची हिंदपीढ़ी, एक बोकारो, एक हजारीबाग तथा एक देवघर के हैं। इन चार नए मरीजों को मिलाकर अबतक राज्य में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 45 पर पहुंच गई है। बोकारो में सोमवार को एक कोरोना संक्रमित मरीज की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही झारखंड में अब कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 45 पर पहुंच गया है। इसके साथ ही रांची में कोरोना पॉजिटिव केस का आंकड़ा 25 को छू गया। बोकारो में अबतक कुल 10 कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि देवघर भी अब कोरोना संक्रमित जिले में शामिल हो गया है। बताया गया है कि कोराेना संक्रमित यह मरीज लॉक डाउन के क्रम में पंजाब से कमाकर घर लौटा था। इधर, बोकारो में मिला कोरोना संक्रमित उसी साड़म गांव का है, जहां से पहले एक कोरोना मरीज की मौत हो चुकी है। सोमवार को मिला कोरोना पॉजिटिव उसी के परिवार से संबद्ध है। 40 साल के इस मरीज में संक्रमण की पुष्टि पीएमसीएच, धनबाद ने की है।
इधर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सोमवार को अहम जानकारी दी है। कोरोना से संक्रमित चार मरीज ताजा टेस्ट में निगेटिव मिले हैं। अबतक चार मरीजों को स्वस्थ बताया गया है, वे कोरोना संक्रमण से बाहर आ गए हैं। झारखंड में कोरोना के 4 मरीज स्वस्थ हो गए हैं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि चिकित्सकों की मेहनत से यह संभव हुआ है।
दूसरी ओर, कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सिविल सर्जन के माध्यम से सभी ड्रग इंस्पेक्टर को निर्देश दिया गया है कि सभी दवा दुकानदार को निर्देशित करें कि फ्लू के उपचार में आने वाली दवाओं के खरीददारों की संपूर्ण जानकारी एकत्रित कर कोविड 19 कंट्रोल रूम या जिला प्रशासन को संपूर्ण जानकारी प्रतिदिन उपलब्ध कराएं। वही सभी निजी प्रैक्टिशनर अथवा चिकित्सक को भी निर्देश दिया गया है कि वे फ्लू के लक्षण वाले मरीजों की संपूर्ण जानकारी एकत्रित कर कोविड 19 कंट्रोल रूम अथवा जिला प्रशासन को उपलब्ध कराएं। जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण से बचाव व रोकथाम के उद्देश्य से हर एक पहलू पर विशेष रूप से निगरानी किया का रहा है। उक्त आदेश से यह पता लगाया जा सकेगा कि कहीं हाल के दिनों में फ्लू के उपचार में आने वाली दवाओं की बिक्री में बढ़ोतरी तो नहीं हुई है। क्यूंकि कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण फ्लू अर्थात सर्दी सूखी खांसी, गले में हलके दर्द की शिकायत होती है जो आमतौर पर साधारण फ्लू की तरह ही होती है लेकिन 2 से3 दिनों में कोरोना वायरस के संक्रमित व्यक्ति को सांस लेने तकलीफ होती है और धीरे धीरे उसकी तकलीफ बढ़ जाती है। लोग कोरोना वायरस के संक्रमण को साधारण फ्लू समझने की भूल न करे इसलिए यह जरूरी है कि जो लोग फ्लू कि दवा खरीद रहे हैं उनकी पूरी जानकारी जिला प्रशासन के पास उपलब्ध हो जिसके आधार पर कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए रणनीति बनाई जा सके।