रांची : झारखंड सरकार ने कोरोना वायरस को लेकर मृत शरीर के अंतिम संस्कार को लेकर जरूरी कदम उठाना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में झारखंड सरकार ने सभी जिलों को अंतिम संस्कार का उपाय कर लेने को कहा गया है. हिंदूओं का अंतिम संस्कार शवदाह गृह में ही होता रहेगा, लेकिन जिनको दफनाया जाना है, उसके लिए जमीन को चिन्हित कर लेने को कहा गया है. वैसे झारखंड सरकार ने झारखण्ड में कोरोना के संक्रमण बढ़ते दौर में सरकार ने संक्रमण से मरने वालों के लिए एक नया फैसला किया है. कोरोना वायरस के संक्रमण से झारखंड की राजधानी रांची में मरने वालों का अंतिम संस्कार बुंडू के जंगलों में किया जायेगा. राज्य सरकार ने रांची के बुंडू के जंगलों में इसके लिए जमीन चिह्नित कर ली है. अन्य जिलों में भी घनी आबादी के इलाकों से दूर जमीन चिह्नित करने के निर्देश संबद्ध अधिकारियों को दिये गये हैं. झारखंड हाईकोर्ट में हुई सुनवाई के दौरान सरकार ने बताया कि झारखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज की मौत के बाद केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत ही अंतिम संस्कार किया गया है और भविष्य में भी इसका पालन किया जायेगा. सरकार ने न्यायालय को बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना मरीज की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया है. कोर्ट को सरकार ने बताया कि सभी जिलों में जमीन चिह्नित की जा रही है. रांची के लिए बुंडू के जंगलों में जमीन चिह्नित भी कर ली गयी है. उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं. सबसे ज्यादा मरीज राजधानी रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में मिले हैं. यहां के एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत भी हो चुकी है. अच्छी बात यह है कि 17 अप्रैल, 2020 को राज्य के आइसोलेशन सेंटर से 53 लोगों को घर जाने की अनुमति मिल गयी. ज्ञात हो कि राजधानी रांची में कोरोना संक्रमण के तीन नये मामले सामने आने के साथ ही प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 32 हो गयी है. तीन नये मरीज रांची के हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी के हैं, जहां सभी मरीज या तो तबलीगी जमात के मरकज से लौटे हुए लोग थे अथवा उनके द्वारा संक्रमित लोग हैं.
jharkhand-corona-virus-झारखंड के हर जिले में कोरोना वायरस के मरीजों के अंतिम संस्कार का स्थान होगा चिन्हित, रांची में कोरोना वायरस से मरने वाले लोगों को बुंडू के जंगलों में मिलेगी दो गज जमीन
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