रांची/जमशेदपुर : झारखण्ड में कोरोना के मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे है. जहाँ झारखंड कोरोना से अछूता माना जाता रहा था. वही अब कुल 29 मामले सामने आ चुके है. आपको बता दे कि झारखण्ड में कुल चौबीस जिलो में से 7 जिले कोरोना के चपेट में आ चुके है, जबकि सत्रह जिले अब भी इस महामारी से अछूते है. ज्ञात हो कि अब तक झारखण्ड में कोरोना पॉजिटिव पाए गए लोगों मे 9 बोकारो , 2 हज़ारीबाग़ , 1 कोडरमा, 14 राँची, गिरिडीह 1, सिमडेगा 1, धनबाद 1 और अब तक कुल मृतो की संख्या 2 है। हालाँकि इस मामले में झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी चिंता जताते हुए कहा है कि भले ही झारखंड में कोरोना देर से आया है लेकिन इसके मामले की बढने की सम्भावना है. इसलिए राज्य में लोगो को सावधानिया बरतने की आवश्यकता है और लॉक डाउन के पालन करने की सख्त जरूरत है. क्यों कि जिस तरह से कोरोना से पुरे दुनिया के हालत हो रहे है अगर उस से हमे बचना है तो इसके अलावे और कोई उपाय नही है. हमे लॉक डाउन का पालन करना ही होगा. हालाँकि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार बीस अप्रैल के बाद कुछ जिलो में छुट दी जाने की सम्भावना मानी जा रही है. वैसे ये मरीजो की स्थिति पर निर्भर करता है कि छुट डी जाएगी या नही.
झारखंड के मुख्यमंत्री खुद सड़कों पर
झारखण्ड में कोरोना के बढ़ते संकट के दौर में मुख्यमंत्री की ओर से खास राहत सामग्री की वितरण करने का ऐलान किया गया है. राँची और बोकारो के हॉटस्पॉट बनने के बाद खतरा और भी बढता हुआ नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि खास तौर पर हिन्दपीढ़ी के आठ हजार घरो के लिए सभी परिवारों को पन्द्रह दिनों की खाद्य सामग्री दी जाएगी. मुख्यमंत्री के ओर से दिए जाने वाले इस राहत सामग्री में चावल, दाल, आलू, प्याज, चीनी, सरसों तेल, नमक, बिस्कुट इत्यादि शामिल है. इस आपदा की घड़ी में जिला प्रशासन की ओर से भी दस लाख रुपया मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया गया है. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रांची के गुरुनानक स्कूल परिसर में आकस्मिक राहत खाद्यान्न सामग्री वितरण व्यवस्था के तहत खाद्यान्न लदे वाहनों को हरी झंडी दिखा कर हिंदपीढ़ी के लिए रवाना किया.