देवघर से ऋतुराज की रिपोर्ट
देवघर : तकरीबन दो माह तक चले सियासी खींचतान के बाद आखिर झारखंड के देवघर (बाबाधाम) एम्स के ओपीडी का उद्घाटन हो गया. भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया द्वारा दिल्ली से इसका वर्चुअल उद्घाटन किया गया. देवघर एम्स परिसर में आयोजित इस उद्घाटन समारोह में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि के तौर पर राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण और पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन, गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे, स्थानीय विधायक नारायण दास सहित देवघर एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ सौरव वार्ष्णेय और देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्रि एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. (नीचे देखे पूरी खबर और देखे वीडियो)
इस मौके पर बोलते हुए मंत्री हफीजुल हसन ने इसे झारखंड राज्य के लिए बड़ी उपलब्धि बताया. मंत्री ने कहा कि झारखंड नया राज्य बना तभी यहां एम्स जैसी शीर्ष स्वास्थ्य संस्था की परिकल्पना की गई. उन्होंने कहा कि नए राज्य गठन के लिए दिशोम गुरु शिबू सोरेन और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के योगदान को झारखंडवासी कभी भुला नहीं सकते हैं. मंत्री ने कहा कि आगे भी यहां की जो कमियां हैं, उन्हें राज्य सरकार के सहयोग से दूर किया जाएगा. (नीचे देखे पूरी खबर और देखे वीडियो)
मौके पर मौजूद गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि मेरे लिए यह एक सपना के पूरा होने के समान है. यह सिर्फ देवघर ही नहीं पूरे झारखंड के लिए वरदान साबित होगा. सांसद ने कहा कि जून 2022 तक पूरा एम्स बनकर तैयार हो जायेगा और लोगों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिलने लगेगा. उद्घाटन के बाद सभी गणमान्य को देवघर एम्स की ओर से स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया. फ़िलहाल एम्स में ओपीडी में सलाह दी जाएगी. एम्स प्रबंधन ने ओपीडी की जानकारी के लिए 94713392740 और 9341709348 नंबर जारी किया है, जिसके जरिये लोग अपनी बुकिंग करा सकते है.
देवघर एम्स के बारे में जानें
246 एकड़ क्षेत्र में बन रहे देवघर एम्स का निर्माण काफी तेजी से निर्माण चल रहा है. शासकीय भवन, 760 बेड का अस्पताल, नर्सिंग कॉलेज, इमरजेंसी वार्ड और 76 आईसीयू बेड का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है. एमबीबीएस के साथ यहां नर्सिंग की भी पढ़ाई होगी. खास बात है कि इस क्षेत्र की कुछ खास बीमारियों पर शोध के लिए भी यहां एक स्वतंत्र प्रभाग प्रस्तावित है. एमबीबीएस की पढ़ाई अस्थायी भवन में जारी है. यहां अस्पताल बिल्डिंग, एकेडमिक बिल्डिंग के अलावा 22 तल्ले का ऑफिसर्स क्वार्टर और 16 तल्ले का छात्रों का हॉस्टल बनाया जा रहा है. 22 तल्ले का यह भवन झारखंड का सबसे ऊंचा मल्टी स्टोरी बिल्डिंग होगा. देवघर एम्स के निर्माण से झारखंड ही नहीं बिहार, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा और कई पूर्वोत्तर राज्यों के लोगों को यहां एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की सुविधा मिल सकेगी. (नीचे देखें खबरें क्या होगी सुविधाएं और तस्वीरें उदघाटन समारोह के)
मरीजों को रियायत दर पर मिलेंगी दवाइयां
मरीजों को भारत सरकार द्वारा अमृत फार्मेसी के माध्यम से रियायत दर पर दवाइयां भी ओपीडी परिसर में मिलेंगी. अमृत फार्मेसी के साथ एम्स प्रबंधन का एमओयू भी कर लिया गया है. अमृत फार्मेसी के स्टोर सेंटर का स्थल चयन कर तैयारी पूरी कर ली गयी है. ओपीडी में कुल 40 कमरे हैं. मरीजों के बैठने के लिए वेटिंग हॉल में शौचालय व सेंट्रलाइज्ड एसी लगे हैं. वेटिंग हॉल में एक साथ 80 रोगियों के बैठने की क्षमता है. परिसर में मरीज के परिजनों के भी बैठने की सुविधा के अलावा पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है.
बुधवार से ओपीडी में चिकित्सीय परामर्श शुरू हो जाएगा
वर्तमान में कोविड के कारण अभी प्रतिदिन केवल 200 मरीजों का निबंधन होगा. निबंधन का समय सुबह 8 बजकर 30 से 10 बजकर 30 मिनट केवल दो घंटा का होगा. निबंधन शुल्क 30 रुपया है, जिसमें मरीज एक साल तक परामर्श ले सकते हैं. निबंधित सभी दो सौ मरीजों को चिकित्सीय परामर्श दिया जाएगा. मरीजों के लिए जांच की सुविधा और सस्ते दर पर अमृत फार्मेसी से दवा भी मिलने लगेगी.