गिरिडीह : गिरिडीह किसान मंच ने जमीनों की ऑनलाइन इंट्री के लिए किसानों को जागरूक करने के उद्देश्य से गिरिडीह झंडा मैदान में किसान पंचायत का आयोजन किया. इसमें किसानों को संबोधित करते हुए मंच के जिला अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि जिस जमीन पर गरीब किसान कई दशकों से दखलकार हैं और सरकार को लगान देकर लगान की रसीद प्राप्त करते आ रहे हैं, उसे भी राज्य सरकार छीनने पर आमादा है. बहुत सारे किसानों की जमीनों को सरकार ने प्रतिबंधित सूची में डाल दिया है, यानी सरकार उस जमीन को अब सरकारी जमीन मान रही है और लगान लेना बंद कर दिया है. पर किसान अब भी इस मुगालते में हैं कि जमीन के कागजात उनके पास हैं तो उनकी जमीन कहां जाएगी.(नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने सवाल किया कि सरकार ने लगान लेना बंद क्यों किया, लोग यह नहीं सोच रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे लोग फ्री अनाज और राजनीतिक दलों की लुभावनी घोषणाओं के झांसे में आकर रह गये हैं. जिला उपाध्यक्ष श्यामू बास्के ने कहा कि केंद्र सरकार सरकारी सम्पत्तियां बेच रही है तो राज्य सरकार किसानों के निजी जमीनें षडयंत्र करके हड़प रही है, ताकि उन्हें बड़ी कंपनियों को बेच सके. उन्होंने कहा कि यदि किसान अपनी जमीन बचाना चाहते हैं तो उन्हें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा और सरकार को लगान लेने के लिए बाध्य करना होगा. अब लगान की रसीद ऑनलाइन ही निर्गत होती है, इसलिए उन्हें अपनी जमीनों के खाता व प्लॉट नंबर, रकबा की सही-सही ऑनलाइन इंट्री करना जरूरी है. बाद में पंचायत में निर्णय हुआ कि सभी किसान अपनी जमीन की ऑनलाइन इंट्री कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन करेंगे एवं उसकी पावती रसीद की एक प्रति किसान मंच को सौंपेंगे. नियमानुसार सभी वांछित दस्तावेजों के साथ सही तरीके से आवेदन करने के बावजूद यदि अंचल की ओर से जमीनों की इंट्री नहीं की जाती है तो किसान मंच पावती रसीद का वर्णन करते हुए उन आवेदकों की एक सूची बनाकर संबंधित अंचल अधिकारी को देकर ऑनलाइन इंट्री करने का आग्रह करेगा. यदि इसके बाद भी इंट्री नहीं होती तो किसान मंच धरना-प्रदर्शन, सत्याग्रह, जेल भरो अभियान जैसे लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन चलायेगा एवं संबंधित अंचल को किसानों की जमीनों की ऑनलाइन इंट्री करने को विवश करेगा. (नीचे भी पढ़ें)
जिला सचिव विजय कुमार के संचालन में आयोजित किसान पंचायत में गिरिडीह अंचल अध्यक्ष हदीस अंसारी, तिसरी अंचल अध्यक्ष दासो मुर्मू, देवरी अंचल अध्यक्ष अन्ना मुर्मू, महासचिव बैजुण मुर्मू, सचिव ब्रह्मदेव राय, जागेश्वर ठाकुर, श्यामू बास्के, मुस्लिम, अंसारी, गोने टुडू, संतोष बास्के, पूरन सिंह, धनेश्वर तुरी, हेमलाल सिंह, सोमरा टुडू, हीरामन राय, राजेश किस्कू सहित अनेक लोग उपस्थित थे.