गिरिडीह : 74 वें गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर मुख्य कार्यक्रम स्थल झंडा मैदान में गणतंत्र दिवस का आयोजन किया. कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने झंडा मैदान में ध्वजारोहण किया. उन्होंने जिलेवासियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी. इसके अलावा 74वें गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर मंत्री बादल पत्रलेख ने झंडा मैदान में आयोजित परेड का निरीक्षण किया. साथ ही परेड में शामिल सभी जवानों का उत्साहवर्धन किया. इस दौरान मंत्री ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर जिले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले छात्र एवं छात्राओं/लोगों को प्रशस्ति पत्र/सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया तथा जिले के विकास योजनाओं की जानकारी दी. (नीचे भी पढ़ें)
झंडा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में कुल 14 विभागों के द्वारा झांकी की प्रस्तुति दी गई. इस दौरान झांकी प्रस्तुति में समाज कल्याण विभाग को प्रथम स्थान, सूचना व जनसंपर्क को द्वितीय तथा कृषि विभाग को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ, मंत्री ने सभी विजेताओं को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. इसके अलावा परेड में शामिल एसएसबी बटालियन 36 को प्रथम, सीआरपीएफ बटालियन को द्वितीय तथा कारमेल स्कूल को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ, मंत्री के द्वारा परेड में शामिल सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया. मंत्री बादल ने मंच से स्वयं सहायता समूह की 07 महिलाओं को मिनी ट्रेक्टर भेंट किया. 49वीं जवाहरलाल नेहरू राष्ट्रीय विज्ञान, गणित एवं पर्यावरण प्रदर्शनी 2022 में गिरिडीह जिला के 3 सदस्य छात्र टीम द्वारा प्रस्तुत (स्वास्थ्य एवं स्वच्छता) प्रदर्श को राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले तीनों प्रतिभागियों को गणतंत्र दिवस के शुभ अवसर पर मंत्री ने मंच से प्रशस्ति पत्र/सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया. प्रशस्ति पत्र प्राप्त करने वाले छात्रों में मोहम्मद अयान अफरोज वर्ग:-10, सोनू कुमार, वर्ग:-10 तथा कृष्णा कुमार, वर्ग:- 10 (प्लस टू उच्च विद्यालय पचंबा गिरिडीह) को स्वास्थ्य एवं स्वच्छता में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है. (नीचे भी पढ़ें)
सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस मंच से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सुभाष चन्द्र बोस, मौलाना अबुल कलाम आजाद, सरदार भगत सिंह, शहीद चन्द्रशेखर आजाद जैसे अनेकों महापुरूषों को हृदय से नमन करता हूं. साथ ही राष्ट्र निर्माण के सपने को साकार करने के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले झारखण्ड के सपूत बिरसा मुण्डा, बीर सिद्ध-कान्हु चांद-भैरव, निलाम्बर- पिताम्बर सहित उन तमाम वीरों को मैं नमन करता हूं जिन्होंने देश के लिए हंसते-हंसते अपने प्राण न्योछावर कर दिए. उन्होंने कहा कि गिरिडीह की जिस पावन धरती पर में खड़ा हूं वह ज्ञान और तपस्या की धरती रही है.जैन तीर्थंकरों के 24 अवतारों में से 20 तीर्थंकरों का संबंध इस धरती से रहा है. इस धरती को सजानें सवारने में समाज के हर वर्ग का योगदान रहा है. इसके साथ ही उन्होंने अपनी उपलब्धियों को भी गिनाया. जिसमें स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, सामाजिक कल्याण विभाग समेत कई उपलब्धियां शामिल है.