रांची : झारखंड के रिम्स में एक महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है. डॉक्टरों ने बताया कि मां और चारों बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ्य है. यह दंपति पिछले काफी सालों से संतन के लिए परेशान थे. महिला के बच्चे नहीं हो रहे थे और उसका इलाज किया जा रहा था. इलाज के दो साल बाद महिला ने एक साथ चार बच्चे तो जन्म दिया. इससे महिला और उसका पूरा परिवार बेहद खुश है. वहीं बच्चों में तीन लड़का और एक लड़की है. महिला बीते सात महीने की गर्भावस्था में रिम्स के गायनी विभागी की एचओडी डॉ सरिता तिर्की से इलाज करवा रही थी. वहीं पिछले एक महीने से डॉ शशि बाला सिंह के यूनिट में भर्ती थी. डॉ शशि बाला की देखरेख में गर्भवती महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. इसमें से दो बच्चों का वजन दो किलो, तीसरे का 1.6 किलो और चौथे का 1.5 किलो है. (नीचे भी पढ़ें)
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में देश में विट्रो फर्टिलाइजेशन यानी आइवीएफ तकनीक का चलन बढ़ा है. जो लोग प्राकृतिक तरीके से बच्चा पैदा नहीं कर पाते वो लोग विट्रो फर्टिलाइजेशन नाम की तकनीक से माता-पति का सुख लेते है. दुनिया का पहला टेस्ट ट्यूब बेबी 1978 में ब्रिटेन में पैदा हुआ था. आईवीएफ ट्रीटमेंट में लेबोरेटरी में नियंत्रित परिस्थितियों में महिला के एग्स और पुरुष के स्पर्ण को मिलाया जाता है. जब संयोजन से भ्रूण बन जाता है, तब उसे वापस महिला के गर्भारशय में रख दिया जाता है. इस तरह से महिला गर्भवती बच्चे को जन्म देती है.