रांची : झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के रांची स्थित कार्यालय के बाहर बुधवार की करीब 155 सुरक्षाकर्मियों का दल पहुंचा और अपने नियोजन की मांग की. इस हल्ला हंगामा की जानकारी पाकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री खुद बाहर आ गये और सुरक्षाकर्मियों के साथ मिलकर जमीन पर बैठकर उनकी बातों को सुना और मंगलवार को बैठक कर इस पर फैसला लेने की बात कहीं. इसके बाद सुरक्षाकर्मियों और स्वास्थ्यकर्मियों ने कहा कि उनके जैसा मंत्री नहीं देखा है और उन लोगों ने बन्ना गुप्ता जिंदाबाद के नारे भी लगाये. 2018 में हटाये गए 155 सुरक्षाकर्मियों के मामले पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने सकारात्मक पहल करते हुए उन्हें मंगलवार 6 जुलाई को बैठक के लिए अपने एनएचएम कार्यालय में बुलाया हैं. (नीचे पूरी खबर पढ़ें)
ज्ञात हो कि पिछली भाजपा सरकार के शासन काल में इन सुरक्षाकर्मियों को सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से काम पर रखा गया था जिसे बाद में हटा दिया गया था. इसको लेकर ये सुरक्षाकर्मी आंदोलनरत थे. बुधवार को इन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलकर समस्याओं के समाधान के लिए गुहार लगाई थी. मंत्री बन्ना गुप्ता ने उनके साथ जमीन पर बैठकर वार्ता की और उनके बातों को ध्यानपूर्वक सुना. फिर उन्होंने उन लोगों को मंगलवार 6 जुलाई को वार्ता के लिए बुलाया. मंत्री बन्ना गुप्ता ने उन्हें बताया कि इस उच्चस्तरीय बैठक में अवर मुख्य सचिव अरुण सिंह, एनएचएम के निदेशक डॉ रविशंकर शुक्ला, आउटसोर्सिंग एजेंसी के प्रबंधन के लोग, 155 आउटसोर्सिंग सुरक्षाकर्मियों के प्रतिनिधियों के साथ स्वास्थ्य मंत्री स्वयं वार्ता करेंगे और उनके समस्याओं का समाधान करेंगे. जब स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पता चला कि ये लोग आवास पर आंदोलनरत हैं तो उन्होंने अपने मीटिंग को स्थगित करते हुए वार्ता के लिए पहुंचे और गाड़ी से उतरकर जमीन पर बैठ गए और उनसे बात करने लगे. अपने बीच जमीन पर बैठे हुए मंत्री को देख सुरक्षाकर्मी भी भावुक हो गए और कहने लगे ऐसा मंत्री झारखंड में कभी नही देखा जो जमीन में बैठकर हमसे बात कर रहा है. सुरक्षाकर्मियों ने वार्ता के आश्वासन के बाद बन्ना गुप्ता जिंदाबाद के नारे भी लगाए.