रांची/जमशेदपुर : झारखंड में लॉकडाउन और कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच झारखंड सरकार ने 37 आइपीएस पदाधिकारियों का तबादला कर दिया है. इस तबादले से मुद्दा गरमा गया है. वैसे तो आइपीएस का तबादला सामन्य मामला होता है, लेकिन अभी चूंकि एक जिले से दूसरे जिले में मूवमेंट पर ही पाबंदी है. इस पाबंदी के कारण जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सह पूर्व मंत्री सरयू राय और विधायक अनंत ओझा लॉकडाउन में रांची में फंसे हुए है. सरयू राय ने जमशेदपुर पूर्वी में आने के लिए पहले ही आवेदन सरकार को दिया था कि वे जमशेदपुर जाना चाहते है, लेकिन उनको जाने नहीं दिया गया. इसी तरह अनंत ओझा की मां की तबीयत खराब है, लेकिन उनको भी जाने नहीं दिया जा रहा है. लिहाजा, ऐसे में आइपीएस अधिकारियों को कैसे एक जिले से दूसरे जिले में मूवमेंट करने की इजाजत दी जायेगी जबकि एक जिले से दूसरे जिले जाने के बाद क्वारंटाइन का प्रावधान है. कोडरमा में एसपी रहे तमिल वणन को जमशेदपुर का एसएसपी बनाया गया है. जमशेदपुर कोरोना वायरस के लिहाज से ग्रीन जोन माना जाता है जबकि कोडरमा में कोरोना पोजिटिव पाया जा चुका है. कोडरमा में 11 अप्रैल को कोरोना पोजिटिव मरीज पाया गया था, जिसके बाद से उस एरिया को ही सील कर दिया गया है जबकि उसको ओरेंज जोन में रखा गया है. इस लिहाज से नियम के मुताबिक, अगर तमिल वणन जमशेदपुर आते है तो स्वास्थ्य के लिहाज से उनको 14 दिनों के क्वारंटाइन में रहना होगा, जिसके बाद ही वे किसी से मिल सकेंगे. तमिल वणन की जगह जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे को साहेबगंज का जैप 9 का समादेष्टा बनाया गया है. पाकुड़ के एसपी राजीव रंजन सिंह को कोल्हान का डीआइजी बनाया गया है, जो चाईबासा से पूरा कामकाज देखेंगे. इस लिहाज से उनको भी पाकुड़ से चाईबासा आना होगा, जिस कारण उनको भी क्वारंटाइन में रखना होगा. रेड जोन एरिया माने जाने वाले रांची के डीआइजी अमोल होमककर को हजारीबाग का डीआइजी बना दिया गया है. रेड जोन से उनको ओरेंज जोन में भेजा जा रहा है. हजारीबाग ओरेंज जोन में आता है, जहां के एसीबी के डीआइजी पंकज कंबोज को रांची का एसीबी डीआइजी बनाया गया है. वे ओरेंज जोन से रेड जोन में जा रहे है. हजारीबाग के एसपी मयूर कनैयालाल को पलामू रेंज के जैप 8 का कमांडेंट बनाया गया है, जो ओरेंज जोन में आता है. सरायकेला-खरसावां के एसपी कार्तिक एस को हजारीबाग का एसपी बनाया गया है, जो ग्रीन जोन से ओरेंज जोन में जाने वाले है. रांची झारखंड का कोरोना वायरस के लिहाज से सबसे खतरनाक माना जाता है, जहां रांची नक्सल अभियान पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी को सरायकेला-खरसावां जिला का एसपी बनाया गया है. रांची रेड जोन में आता है, जो ग्रीन जोन सरायकेला-खरसावां आयेंगे, इस लिहाज से उनको तो हर हाल में क्वारंटाइन पर रहना चाहिए. कोरोना वायरस के प्रोटोकॉल का अगर पालन हो तो उपरोक्त अधिकारियों का तबदला के बाद उनका मूवमेंट ही सवालों के घेरे में हो जायेगा. इसके अलावा झारखंड के कई आइपीएस का तबादला किया गया है. इसके मूवमेंट को लेकर ही सवाल उठने लगे है. ट्विटर पर विधायक कुणाल षाड़ंगी ने जहां जंग छेड़ दिया है, वहीं सरयू राय के समर्थकों ने भी इसका विरोध किया है. भाजपा के जिला अध्यक्ष दिनेश कुमार ने भी इस तरह के तबादले को राज्य सरकार की अदूरदर्शिता करार दिया है.
jharkhand-ips-transfer-issue-झारखंड में कोरोना संक्रमण के बीच किये गये 37 आइपीएस ऑफिसरों के तबादले का मुद्दा गरमाया, रेड जोन रांची से ग्रीन जोन सरायकेला-खरसावां एसपी बने है मोहम्मद अर्शी, ऑरेंज जोन के कोडरमा के एसपी रहे तणिल वणन कैसे ग्रीन जोन जमशेदपुर में एसएसपी बनकर आयेंगे, दो विधायक रांची में फंसे है तो अधिकारी कैसे करेंगे मूवमेंट, अधिकारियों के मूवमेंट पर उठे सवाल, क्या तबादला वाले स्थान पर ”क्वारंटाइन” में रहेंगे आइपीएस ऑफिसर
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