धनबाद : झारखंड में किस कदर विधि-व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो गयी है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जब पूरे राज्य का ध्यान जिस जिले में है, वहीं अपराधी जेल का ताला तोड़कर भाग निकले है. हम बात कर रहे है झारखंड के कोयलांचल धनबाद इलाके का. धनबाद में जज की हत्या के बाद राज्य के सारे पुलिस अधिकारी और कोर्ट का ध्यान उसी जिला में है. एडीजी से लेकर तमाम अधिकारी वहां कैंप कर रहे है, वहीं अपराधी धनबाद के जेल से भाग निकला. धनबाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था को चुनौती देते हुए शुक्रवार की सुबह दो विचाराधीन जेल से फरार फरार हो गया. घटना शुक्रवार की सुबह 4.00 बजे की है. बंदी कैसे भागा यह पता जेल प्रशासन लगा रही है. फरार बंदी में अंकित रवानी तथा देवा भूईयां पोक्सो एक्ट के दो अलग-अलग मामले में जेल गया था. अंकित रवानी केंदुआ डी का रहने वाला है. वहीं देवा भूईयां लोयाबाद थाना क्षेत्र का रहनेवाला है. वर्ष 2019 के अक्टूबर माह में अंकित को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जबकि देवा भूईयां को 2020 के अगस्त माह में जेल भेजा गया था. दोनों एक साथ भागे हैं. जानकारी जेल प्रशासन को शुक्रवार की सुबह हुई. जेल में बंदियों की हाजिरी लग रही थी तभी दोनों वार्ड से गायब थे. दोनों की खोजबीन की गई लेकिन नहीं मिले दोनों विचाराधीन बंदी जेल से किस रास्ते निकल कर भागे हैं। इसकी जानकारी के लिए पुलिस जेल में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. जेल अधीक्षक अजय कुमार ने बताया कि विचाराधीन बंदी अंकित रवानी तथा देवा भुइयां जेल से फरार हुआ है. कैसे भागा है कब भागा है इसकी छानबीन चल रही है. जेल में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं.