रांची : झारखंड में वीकेंड लॉकडाउन और अन्य छूट देने को लेकर गुरुवार को बुलायी गयी झारखंड की आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक को टाल दिया गया है. गुरुवार की शाम चार बजे तक यह मीटिंग होने वाली थी, जिसमें खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता मौजूद रहना था. लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन देर से ही पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा पहुंचे, जहां तेज बारिश के कारण उनका हेलीकॉप्टर टेक ऑफ होने में दिक्कत हुई, जिस कारण इस बैठक को टाल दिया गया. अब यह बैठक शुक्रवार को होगी, जिसमें तय किया जायेगा कि कोरोना के कारण कितना लॉकडाउन में राहत दी जाये. वीकेंड लॉकडाउन में भी राहत देने की बात की गयी है, लेकिन इस पर फैसला जब तक नहीं हो जाता है, तब तक जल्दबाजी होगी. वैसे सरकार चाहती है कि एक अगस्त से वीकेंड लॉकडाउन में राहत दी जाये और इसको समाप्त कर दी जाये. इसके अलावा रात आठ बजे तक खोलने को लेकर भी कई सारे छूट दी जाये और जिंदगी को फिर से पटरी पर लायी जाये. वैसे राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पश्चिम सिंहभूम जिले के चाईबासा में कई सारी विकास योजनाओं के उदघाटन के बाद संबोधित करते हुए संकेत दिये कि बहुत ज्यादा राहत नहीं मिलने जा रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि तीसरी लहर के संकेत मिलने लगे है. कई राज्यों में कोरोना के नये केस आने लगे है, जिस कारण सचेत रहना होगा और सबको कोरोना के गाइडलाइन का पालन करना चाहिए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि अभी कोरोना की तीसरी लहर की आहट सुनायी देने लगी है, जिस कारण अभी थोड़ा दिक्कत और झेलना होगा. उन्होंने कहा कि इतने दिनों के बाद चाईबासा आने के बाद लग रहा है कि जेल से बाहर आये है. अच्छा लग रहा है, लेकिन कोरोना में थोड़ा दिक्कत झेलना ही होगा.