रांची : झारखंड में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच लगाये गये मिनी लॉकडाउन को लेकर शनिवार को फैसला लिया जा सकता है. चूंकि, संक्रमण तेजी से फैला है. झारखंड में हर जिले में कोरोना के संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है. पूरे राज्य में लगातार 4000 से अधिक केस आ रहे है जबकि मौतों के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे है, इसको देखते हुए राज्य सरकार 15 जनवरी तक लगाये गये पाबंदियों की अवधि को बढ़ा सकती है. इसके अलावा कोरोना के संक्रमण को काबू में लाने को लेकर भी शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने मातहत लोगों के साथ मीटिंग कर फैसला ले सकते है. यह कहा जा रहा है कि सरकार चाहती है कि पूर्ण तौर पर लॉकडाउन नहीं लगाया जाये. जिंदगी भी बचे और जीविका भी चलती रहे, इसी फार्मूला के तहत आंशिक लॉकडाउन रात आठ बजे से लगाया गया है जबकि जिम, स्कूल-कॉलेज, कोचिंग संस्थान से लेकर तमाम चीजों को बंद कर दिया गया है. लेकिन इसके बावजूद संक्रमण बढ़ता जा रहा है. यह कहा जा रहा है कि जनवरी के अंतिम सप्ताह तक और कोरोना की ऊंचाई यानी पीक पर पहुंच सकती है, जिसको देखते हुए कई पाबंदियों को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है. राज्य सरकार चाहती है कि वीकेंड लॉकडाउन को फिर से लगा दिया जाये ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके. हालांकि, राज्य के बड़े नेता और कांग्रेस कोटे से मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा है कि लॉकडाउन पूर्ण रुप से नहीं लगाया जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपील की है कि पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाया जाये और राज्य सरकार पहले से ही मानती आयी है कि किसी भी हाल में पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाया जाये. इस कारण बीच का रास्ता निकाला जा सकता है. वैसे खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और राज्य के स्वास्थ्य एवं आपदा मंत्री बन्ना गुप्ता ने पिछले दिनों ही कोरोना के संक्रमण को देखते हुए लगायी गयी पाबंदियों को लेकर घोषित किया था कि 15 जनवरी तक के लिए यह रोक रहेगी और जरूरत पड़ेगा तो उसको एक्सटेंड भी किया जा सकता है.