रांची : झारखंड की राजधानी रांची के मोरहाबादी मैदान में राज्य का मुख्य कार्यक्रम हुआ. गणतंत्र दिवस के परेड की सलामी लेने के बाद यहां झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने झंडोतोलन किया. राज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी सरकार ने विगत दो सालों के कार्यकाल में जन-कल्याण के अनेक कार्यों को संपन्न किया है और कई नये कार्यक्रमों की शुरूआत भी की है. सभी क्षेत्रों और वर्गों, विशेष कर गरीबों, कमजोरों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों, महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर ही सरकार द्वारा जन-कल्याण एवं विकास के कार्य किये जा रहे हैं. हमारी सरकार का यह निरंतर प्रयास है कि इसी रणनीति के तहत् आगामी वर्षों में झारखंड को विकसित राज्यों की श्रेणी में पहुंचाया जा सके. कृषि और इससे संबंधित गतिविधियाँ झारखण्ड राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार है. राज्य में फसल उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाने एवं उन्नत कृषि प्रौद्योगिकी को प्रदर्शित करने के लिए राजकीय कृषि प्रक्षेत्रों की भूमि में कृषक पाठशाला को प्रारंभ करने एवं इसकी परिधि में अवस्थित ग्रामों को बिरसा ग्राम के रूप में विकसित करने हेतु 61 करोड़ रुपये की लागत से समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना-सह-कृषक पाठशाला योजना प्रारम्भ की गयी है. राज्यपाल ने अपने संबोधन में हम सभी जानते हैं कि कोरोना महामारी के कारण मार्च, 2020 से ही सभी विद्यालयों को बंद रखा गया है. समय-समय पर इसमें कमी होने की स्थिति में कक्षा 06 से 12 तक के विद्यालय खोले गये हैं, परन्तु पुनः कोरोना संक्रमण में वृद्धि के कारण इन विद्यालयों को बंद करना पड़ा है. महामारी की इस घड़ी में सरकार द्वारा लगातार कोशिश की गई है कि हम अपने विद्यार्थियों को घरों में रखते हुए उनके लिए शैक्षणिक व्यवस्था सुनिश्चित करें. अप्रैल, 2020 से ही ऑनलाईन शिक्षा की व्यवस्था डीजी-साथ कार्यक्रम के अन्तर्गत की जा रही है, जिससे राज्य के विद्यार्थी लाभान्वित हो रहे हैं. इसके अतिरिक्त दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के माध्यम से भी पठन-पाठन का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य के उत्थान के लिए सबको आगे आकर मेहनत करना होगा और वह निरंतर प्रयास से ही संभव हो सकेगा. इस मौके पर राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, डीजीपी नीरज सिन्हा समेत कई अन्य लोग मौजूद थे.