रांची : झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गयी. उन्होंने रांची के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांसें ली. उनकी मौत की खबर होते ही पूरा झारखंड सरकार में ही अफरा-तफरी मच गयी. बताया जाता है कि मंत्री कोरोना पोजिटिव हो गये थे, जिस कारण उनका इलाज मेदांता अस्पताल में चल रहा था, जहां उनकी मौत शनिवार को हो गयी थी. हाजी हुसैन अंसारी की मौत की खबर मिलने के बाद शोक की लहर दौड़ गयी है. स्वर्गीय हाजी हुसैन अंसारी झामुमो के सीनियर नेता रहे है और झारखंड में अल्पसंख्यकों का बड़ा चेहरा है. वे 1995 से मधुपुर से लगातार विधायक चुने जाते रहे है. वे पहले कोरोना पोजिटिव थे, लेकिन शुक्रवार को ही वे कोरोना नेगेटिव हुए थे, लेकिन इसके बावजूद उनकी मौत हो गयी. मधुपुर विधानसभा से वे चार बार विधायक बन चुके है. 2009 में पहली बार वे मंत्री बनाये गये थे. इसके बाद इस मंत्रिमंडल में भी वे मंत्री बनाये गये थे. उनका कैरियर कांग्रेस से शुरू हुआ था, लेकिन 90 के दशक में उन्होंने कांग्रेस को छोड़ दिया था. इसके बाद उन्होंने गुरुजी शिबू सोरेन के साथ झारखंड अलग राज्य के आंदोलन में जुड़ गये और लगातार मधुपुर से विधायक चुने जाते रहे. वे चार बार सरकार में मंत्री रहे है.
jharkhand-minister-death-झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का निधन, कोरोना नेगेटिव होने के दूसरे दिन मंत्री की मौत
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