रांची : झारखंड राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के महामंत्री सुनील कुमार साह के नेतृत्व में झारखण्ड राज्य एमपीडब्ल्यू कर्मचारी संघ का प्रतिनिधिमंडल राज्य के मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ बैठक की. बैठक में राज्य में कार्यरत एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों को समायोजित करने पर चर्चा हुईं. समायोजित होने तक राज्य में कार्यरत एमपीडब्ल्यू कर्मचारियों को एक मुश्तवेतन वृद्धि बढ़ाकर अब 20, 500 रुपये देने पर सहमति बनी. इस पर मंत्री ने उपस्थित विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिए कि 10 दिनों के अंदर संचिका का निष्पादन कर दिया जाये. मंत्री ने उक्त बैठक में यह भी कहा कि आज वे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर राज्य में कार्यरत एमपीडब्ल्यू को किस तरह समायोजित किया जाये उस पर चर्चा करेंगे, सभी को हर हाल में समायोजित किया जायेगा. मुख्यमंत्री भी सभी विभागों में रिक्त पदों को भरने ,संविदाकर्मी/ दैनिक वेतनभोगी/ को समायोजित करने के लिये कार्य कर रहे हैं. एमपीडब्ल्यू कर्मचारियो को समायोजित के लिए महासंघ के स्तर से मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव एवं प्रधान सचिव द्वारा कई पत्र विभाग को वर्षो पूर्व भेजी गई हैं. मंत्री बन्ना गुप्ता द्वारा संघ/ महासंघ के प्रतिनिधिमंडल को स्पष्ट आश्वासन दिया कि एमपीडब्ल्यू को समायोजित करेंगे. बैठक के पश्चात संघ की आपात बैठक हुई, जिसमें निर्णय लिया गया कि मंत्री द्वारा स्पष्ट आश्वासन एवं सकरात्मक वार्ता के पश्चात 22 सितंबर को आयोजित मंत्री के आवास के समक्ष सत्याग्रह धरना को स्थगित किया जाता है. संघ को पूरी उम्मीद हैं कि मंत्री द्वारा जो वादा किया गया हैं. उसे अविलम्ब पूरा होगा. संघ द्वारा मंत्री बन्ना गुप्ता को संघ/ महासंघ के प्रतिनिधिमंडल को स्पष्ट आश्वासन देने के लिये बधाई दी. मंत्री द्वारा जिन पांच सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल को आमंत्रित की गई थी, उसमें सुनील कुमार साह, पवन कुमार, संजय कुमार, कार्तिक उरांव, अमरेंद्र कुमार, प्रभाकर पाठक उपस्थित थे. स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव मनोज कुमार सिन्हा, मार्शल आइन्द, नरेंद्र ठाकुर, डॉ एसएन झा, डॉ कृष्ण कुमार एवं गोपाल कृष्ण बरला बैठक में उपस्थिति थे.