रांची : राज्य के नक्सल प्रभावित इलाके के लातेहार जिले में नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुए झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार को झारखंड जगुआर मुख्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, डीजीपी नीरज सिन्हा समेत विभिन्न पुलिस अधिकारियों ने भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई. इसके साथ ही शहीद जवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव जिला मुंगेर (बिहार) के लिये रवाना कर दिया गया है.(नीचे भी पढ़े)
झारखंड जगुआर मुख्यालय में जब शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी जा रही थी, तब वहां उपस्थित व्यक्ति की आंखें नम थीं. इसके साथ ही उपस्थित जवानों के मन में नक्सलियों के प्रति आक्रोश भी दिख रहा था, और अपने साथी की शहादत पर गर्व भी. झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ आपरेशन ग्रीन हंट शुरू होने के बाद यह पहला मौक़ा है जब जेजेएमपी के नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मी को निशाना बनाया है. (नीचे भी पढ़े)
विदित हो कि बिहार के मुंगेर जिला के लाल दरवाजा निवासी राजेश कुमार ने 12 नवंबर 2007 को बीएसएफ में योगदान दिया था. उनकी पैतृक वाहिनी पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर की 84वीं बटालियन थी. राजेश के सहकर्मियों के अनुसार राजेश कुमार तीन साल से झारखंड जगुआर में योगदान के बाद कई सफल ऑपरेशन का हिस्सा रह चुके थे. राजेश कुमार ने पूर्व में राज्य के तमाम नक्सल प्रभावित इलाकों में होने वाले ऑपरेशन में हिस्सा लिया था. शहीद डिप्टी कमांडेट राजेश कुमार के भाई रवि ने कहा की उनका भाई निडर था. शहीद के भाई ने कहा कि नक्सली अब नक्सली नहीं रहे. वे अब बिजनेस पर उतर आए हैं.