रांची: देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी की स्थिति कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रही है. दक्षिण भारत के पुडुचेरी में कांग्रेस के सीएम नारायणसामी ने इस्तीफा दे दिया है. इससे दक्षिण में कांग्रेस का अंतिम किला ढह गया. शीर्ष नेताओं के उदासीन रवैये के कारण अलग अलग राज्यों में कांग्रेस संगठन लगातार कमजोर होती जा रही है. हो भी क्यों नहीं, शीर्ष नेतृत्व ही कमजोर है, तो राज्य स्तरीय की बात कौन करें, जिसका नतीजा, झारखंड प्रदेश कांग्रेस भवन में नेताओं अंतर्कलह एक बार देखने को मिला.
इस बार विवाद के बाद हाथापाई की नौबत आ गयी. यह सब झारखंड प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष हुआ. वे मूकदर्शक बने रहे, समझाने के बाद भी कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष व प्रवक्ताओं ने एक दूसरे को देख लेने के धमकी देते हुए कालर भी पकड़ा. झारखंड कांग्रेस भवन में प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव की अध्यक्षता में पेट्रोल- डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में आंदोलन की रुपरेखा तैयार करने को लेकर बैठक बुलाई गयी थी. बैठक के दौरान कांग्रेस की गुटबाजी देखने को मिली. इस क्रम में कार्यकारी अध्यक्षों व प्रवक्ताओं के बीच किसी बात को लेकर तीखी नोकझोंक हुई. इस दौरान सभी एक दूसरे पर गंभीर आरोप- प्रत्यारोप लगाए. हंगामा इतना बढ़ गया था कि विधायक दल के नेता आलमगीर आलम को कांग्रेस भवन के पीछे रास्ते से निकलना पड़ा. हंगामे को देखते हुए मंत्री के सुरक्षा कर्मी भी मुस्तैद हो गए थे.