रांची : झारखंड सरकार ने तय किया है कि झारखंड में कोरोना का संक्रमण तो बढ़ रहा है, लेकिन लॉकडाउन नहीं लगने वाला है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को पहली बार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ झारखंड की जनता को संबोधित किया. इस संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्होंने शनिवार को सारे राजनीतिक दलों के साथ बैठक की और सबसे बातचीत की है और रविवार को सरकार के सहयोगी दलों के साथ भी बातचीत की है. अभी लॉकडाउन लगाने का कोई विचार नहीं है. अलबत्ता स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. बेड की संख्या को बढ़ायी जा रही है. लोगों को सतर्क किया जा रहा है. लॉकडाउन अभी नहीं लगेगा, यह साफ तौर पर कहा गया है और कहा गया है कि कोरोना को देखते हुए अगले आदेश तक सारी परीक्षाओं को स्थगित कर दिया गया है. सभी तरह की परीक्षाएं झारखंड में अभी अगले आदेश तक नहीं होगा. उन्होंने युवाओं से अपील की है कि वे लोग कोरोना से बचने के उपाय खुद से करें और बेवजह का घुमे नहीं. अभी जनता यह समझे कि जिससे भी वह मिल रहा है, वह कोरोना से संक्रमित है, जिससे वह बच पायेंगे. एक माह के बाद फिर से इसकी समीक्षा होगी, जिसके बाद फैसला लिया जायेगा. रात आठ बजे सभी दुकानों को बंद रखने और बाजारों को बंद करने का फैसला जारी रखा गया है. मुख्यमंत्री ने यह भी फैसला लिया है कि राज्य में शादी समारोह में 200 लोगों को जाने की पहले इजाजत थी, जिसकी संख्या को अब घटाकर 50 कर दिया गया है. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि 50 से ज्यादा लोगों को शादी समारोह में नहीं बुलाया जाये. सारी परीक्षाएं स्थगित रहेगी और शादी समारोह में पचास लोग से ज्यादा की इजाजत नहीं होगी. इसके अलावा सारे स्कूल-कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. (नीचे पढ़े टाटा वर्कर्स यूनियन का दफ्तर कब तक रहेगा बंद)
टाटा वर्कर्स यूनियन का कार्यालय दो मई तक बंद रहेगा
दूसरी ओर, कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए टाटा स्टील की अधीकृत यूनियन टाटा वर्कर्स यूनियन ने दो मई तक के लिए अपने कार्यालय को बंद कर दिया है. इसको लेकर सरकुलर जारी कर दिया गया है. किसी भी कर्मचारी को कोई दिक्कत होगी तो वे लोग फोन पर अपने कमेटी मेंबरों और पदाधिकारियों से संपर्क कर अपना काम करा सकते है. कोरोना से बचने की सलाह यूनियन की ओर से दी गयी है.