रांची: झारखंड राज्य के 21 जिलों में पहले चरण के पंचायत चुनाव का मतदान 14 मई होगा. 14 के बाद 19, 24 और 27 मई को अंतिम चुनाव होगा. झारखंड में तीसरा बार पंचायत चुनाव होने जा रहा है. इस चुनाव में बैलेट पेपर के जरिए गांव की सरकार चुनी जाएगी. पंचायत चुनाव में चार रंगों के बैलेट पेपर का इस्तेमाल हो रहा है. इसी चार रंगों के जरिए चार अलग अलग पदों पर पंचायत प्रतिनिधि निर्वाचित होते है. इन चार बैलेट पेपर में वार्ड सदस्य के लिए सफेद, मुखिया के लिए गुलाबी, पंचायत समिति सदस्य के लिए हरा व जिला परिषद सदस्य के लिए पीले रंग का बैलेट पेपर वोटर अपना वोट देते है. जिसके आधार पर गांव की सरकार चुनी जाती है. राज्य में कुल 63701 पदो पर प्रतिनिधि निर्वाचित होंगे. इनमें सबसे ज्यादा वार्ड सदस्यों की संख्या 53479 है. इसके बाद पंचायत समिति सदस्य 5341, मुखिया 4345 और जिला परिषद सदस्य 536 चुने जाएंगे.(नीचे भी पढे)
इसलिए पंचायत चुनाव में सबसे ज्यादा सफेद रंग के बैलेट पेपर का उपयोग होता है. इसके बाद हरा, फिर गुलाबी और सबसे कम पीले बैलेट पेपर का प्रयोग होता है. हरेक बैलेट पेपर और उसके काउंटर फाइल पर मतपत्र का नंबर अंकित रहेगा. काउंटर फाइल पर वोटर के हस्ताक्षर या अगूठा का निशान रहेगा. साथ ही साथ राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार पंचायत चुनाव में सभी जिलो के मतदान केंद्र पर मतपेटी का प्रयोग करते हुए वोटिंग कराया जाना है. इसके लिए हरेक मतदान केंद्र पर 2 बड़ी मतपेटी और दो मध्यम आकार की मतपेटी का उपयोग होगा. कुल 24 जिलों के लिए 98081 बड़ी व मध्यम आकर की 39928 मतपेटी का प्रयोग होगा. पंचायत चुनाव में करीब दो करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे. जिसमें करीब एक करोड़ पुरुष मतदाता व 95 लाख महिला वोटर शामिल है.