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jharkhand-politics-shifted-to-delhi-राज्यपाल रमेश बैस प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से मिले, पेश की राज्य की राजनीतिक हालात का रिपोर्ट कार्ड, सीएम हेमंत सोरेन खनन लीज पट्‌टा व समरीलाल जाति प्रमाण पत्र मामले लेकर चर्चा

राशिफल

तस्वीर में ऊपर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा करते राज्यपाल रमेश बैस और नीचे गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा करते राज्यपाल रमेश बैस.

रांची: इस समय झारखंड राज्य का सियासी तापमान काफी चढ़ा हुआ है.विगत एक माह से मौसम के साथ राज्य की राजनीतिक का तापमान धीरे-धीरे ऊपर चढ़ रहा है. राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन, भाई बंसत सोरेन व पत्नी कल्पना सोरेन के साथ मुखिया के प्रेस सलाहकार अभिषेक कुमार पिंटू व विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर लगातार भाजपा हमलावर है. इसी बीच झारखंड में महागठबंधन के सभी दल एकजुट होकर राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की. इस समय राज्यापाल राजनीति की धुरी बने हुए है. झारखंड की सियासी घमासान के बीच अब सबकी निगाहें राज्यपाल व चुनाव आयोग पर टिकी हुई है. राज्यपाल रमेश बैस बुधवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद राष्ट्रपति से भी मुलाकात होगी. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को राज्य की वस्तुस्थिति से राज्यपाल ने अवगत कराया है. सामान्य तौर पर देखा जाए तो राज्यपाल का पीएम या केंद्रीय गृह मंत्री से मिलना कोई नहीं बात नहीं है. चूंकि राज्यपाल राज्य की स्थिति की रिपोर्ट हर छह माह या फिर एक साल में पीएम और गृह मंत्री को रिपोर्ट सौंपते रहते है. लेकिन फिलहाल झारखंड में राजनीतिक हालात उलट नजर आ रहा है. राज्यपाल रमेश बैस इस बार काफी सक्रिय दिख रहे है. राज्यपाल की रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. ऐसा अनुमान है कि इस बार की रिपोर्ट से राज्य का सियासत करवट ले सकती है. गृह मंत्री राज्यपाल से झारखंड की ताजा राजनीतिक हालात पर विस्तारपूर्वक चर्चा की. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने सीएम हेमंत सोरेन पर पत्थर खदान लीज मामले को जोरदार तरीके से उठाया था. इसके बाद राज्यपाल ने मामले को संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग से रिपोर्ट मांगी थी. इसके बाद से राज्य का सियासी तापमान चढ़ गया है. इसी बीच सीएम हेमंत पर पूर्व सीएम रघुवर दास ने खनन लीज पट्‌टा मामले का आरोप लगाया था, इसके बाद मुख्य सचिव ने दस्तावेज रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को भेज दिया है. इस मामले में निर्वाचन आयोग ने मुख्य सचिव से इससे संबंधित कागजात मांगे थे. इसके अलावा कांके के भाजपा विधायक समरी लाल पर गलत जाति प्रमाण पत्र को लेकर भी चर्चा की गयी. विधानसभा ने इस मामले में निर्णय लेने को लेकर राज्यपाल के पास भेज दिया है. समरीलाल पर कल्याण विभाग की जांच रिपोर्ट में गलत जाति प्रमाण पत्र जमा करने को लेकर अपनी रिपोर्ट में सही पाया है. अब दोनों मामले को लेकर सबकी निगाहें राज्यपाल पर टिकी है.

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