जमशेदपुर : केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को झारखंड को 9400 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली 21 सड़क परियोजनाओं की सौगात दी. साथ ही कहा कि 2024 के अंत तक झारखंड में सड़क परियोजनाओं के लिए 2 लाख करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. लेकिन जमशेदपुर और रांची में हुए उनके कार्यक्रमों से राज्य सरकार ने पूरी तरह से दूरी बनाए रखा. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में कहा कि राज्य में केंद्र सरकार की ओर से कार्यक्रम हुआ, लेकिन हमें सूचना तक नहीं दी गई. विज्ञापन में भी राज्य सरकार के लोग सबसे नीचे की लिस्ट में है. सरकार के किसी भी मंत्री, विधायक ने कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लिया. सिर्फ कांग्रेस की सांसद गीता कोड़ा अपवाद के रुप में जमशेदपुर में हुए कार्यक्रम में शामिल हुई. (नीचे भी पढ़ें)
विदित है कि कार्यक्रम में राज्य सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर को अधिकृत किया गया था, पर वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए और नितिन गडकरी से एयरपोर्ट पर औपचारिक मुलाकात की. मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री को निमंत्रण तक नहीं भेजा गया. मुख्यमंत्री का अपमान करने की कोशिश की गई थी. यह गलत है. केन्द्र सरकार की ओर से जारी आमंत्रण पत्र में मिथिलेश ठाकुर, रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, जोबा मांझी, जगरनाथ महतो और सत्यानंद भोक्ता का नाम शामिल था. इनके अलावा शिबू सोरेन, धीरज साहु, महुआ माजी, कांग्रेस और झामुमो के विधायकों राजेश कच्छप, विक्सल कोंगाडी, भूषण तिर्की, विकास मुंडा, कुमार जयमंगल, भूषण बाडा, बैद्यनाथ राम का भी नाम शामिल था. इसके बावजूद कोई कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए.