जमशेदपुर : जमशेदपुर का कदमा क्षेत्र आज सुबह से आंगनबाड़ी सहियाओं के हुजूम से पटा हुआ है.तयशुदा कार्यक्रम के तहत राज्य के विभिन्न जिलों से सहियाएं जमशेदपुर के कदमा स्थित स्वास्थ्य मंत्री के गृहनगर कार्यालय में अपनी मांगों को लेकर पहुंच रही हैं.झारखंड प्रदेश सहिया संघ के कोल्हान प्रमंडल इकाई के बैनर तले यह कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, जिसमें सुदूरवर्ती क्षेत्रों से सहियाएं पहुंच रही हैं. (नीचे भी पढ़ें)
आदित्यपुर से पहुंची सहिया आशा और बहरागोड़ा से पहुंची मौसमा साहू ने मांगों के संबंध में बताया कि टुकड़े-टुकड़े के रूप में प्रोत्साहन राशि दी जाती है, जिससे उन्हें दिक्कत होती है. उनकी मांग है कि उन्हें फिक्स मानदेय दिया जाए. सहियाओं ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा कि 8-8 महीने तक लगातार काम करने के बाद दो महीने की प्रोत्साहन राशि मिलती है जबकि शिशु के जन्म से लेकर अन्य कामों तक लगातार वे सक्रिय रहती है. (नीचे भी पढ़ें व देखें मंत्री बन्ना गुप्ता ने क्या कहा)
उन्होंने कहा कि जन्म, मरण, मलेरिया सर्वे, फाईलेरिया सर्वे से लेकर हर तरह के काम सहियाओं से लिए जाते हैं. 2007 से वे लोग 24 घंटे ड्यूटी कर रही हैं फिर भी आज तक वे मानदेय के लिए संघर्षरत हैं इसलिए स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन देने पहुंची हैं. इससे पूर्व प्रदेश की हजारों सहियाएं रविवार को जमशेदपुर के कदमा स्थित गणेश पूजा मैदान में एकत्रित हुई. जहां से पैदल मार्च करते हुए झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता का आवास पहुंचकर उन्हें एक मांग पत्र सौंपा. सहियाओं का कहना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में उनसे काम करवाया जाता है, मगर मानदेय काफी कम मिलता है, जिससे उनका गुजारा तो छोड़ दीजिए परिवार के भरण- पोषण में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. (नीचे भी पढ़ें)
उन्होंने कहा कि झारखंड की सभी सहियाओं को अगर देखा जाए तो हजारों की संख्या में उनकी नियुक्ति हुई थी, मगर इनका मानदेय इन्हें मात्र 2000 रुपए का मानदेय मिलता है. जिससे इन्हें परिवार का भरण- पोषण करना नामुमकिन है. इनका कहना है, कि जब इनसे स्वास्थ्य के क्षेत्र में हर तरह का कार्य लिया जाता है, तो इनका मानदेय ठीक- ठाक रहना चाहिए, ताकि इनका परिवार का भरण पोषण हो सके. साफ तौर पर इनका कहना है, कि बच्चे के जन्म से लेकर के बुढ़ापे तक का देखरेख का जिम्मा इन्हीं के हाथों में है, तो इनका मानदेय भी उचित होना चाहिए, ताकि अपने परिवार का भरण पोषण सही ढंग से कर सके. अपने मानदेय में वृद्धि की मांग को लेकर आज झारखंड की सभी सहियाए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के आवासीय कार्यालय पहुंच उन्हें एक मांग पत्र सौंपा है. फिर भी उनकी मांगे नहीं पूरी हुई तो आगे उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.