
पलामू : झारखंड के पलामू जिले के मेदिनीनगर स्थित मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक अजूबा बच्चे का जन्म हुआ है, जो सबके लिए पहली बना हुआ है. यह लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है तो चिकित्सकों के लिए उक्त बच्चे की देखरेख करना, उसका इलाज करना और उसकी जान को सुरक्षित बचाकर रखना चुनौती भरा है. उक्त बच्चे का दो सिर, चार पैर है. ये दोनों बच्चे एक साथ सटे हुए है, जिनको अब अलग करना भी चुनौती है जबकि इनको बचा पाना भी मुश्किल काम है. चिकित्सकों के मुताबिक, एक लाख बच्चों में एक केस ऐसा होता है, जो झारखंड के पलामू जिले में हुआ है. उक्त बच्चे को न्यू बार्न केयर यूनियन एसएनसीयू में रखा गया है, जहां उनका इलाज चल रहा था, लेकिन स्थिति को देखते हुए उसको रांची रेफर कर दिया गया है. मेदिनीनगर सदर प्रखंड के सरजा पोलपोल निवासी शशि कुमार शर्मा की पत्नी सोनी देवी गर्भवती थी और प्रसव पीड़ा से जूझ रही थी. वह सोमवार को अस्पताल लायी गयी. अस्पताल में कर्मचारियों ने तत्काल उसका प्रसव प्रक्रिया शुरू की और बच्चे को जन्म दिलाया. वह बच्चा जब जन्म लिया तो जुड़वा था, लेकिन पूरा शरीर एक दूसरे से जुड़ा हुआ था और जिसके दो सिर, चार हाथ और चार पांव थे. वैसे मेडिकल अस्पताल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अनिल श्रीवास्तव ने ब ताया कि एक लाख में ऐसे बच्चे एक या दो पैदा होते है, जिनका शरीर आपस में जुड़ा रहता है. उसको जुड़वा भी कहा जाता है. उन्होंने कहा कि मेडिकल साइंस काफी आगे बढ़ चुका है, जिस कारण संभव है कि आगे चलकर बच्चे को अलग किया जा सके. फिलहाल मां स्वस्थ्य है और बच्चे को चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है.